कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्षी एकता का एक मात्र मकसद भाजपा को हराकर उसे सत्ता से बाहर करना है और उसके बाद अन्य मुद्दों पर विचार किया जाएगा।
राहुल गांधी ने गुरुवार को आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से अपने आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि विपक्ष की एकजुटता की प्राथमिकता भाजपा को हराना है और देश के लोकतंत्र तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं को बचाना है। इसके बाद मिल बैठकर अन्य सभी विंदुओं का समाधान निकाला जाएगा।
श्री नायडू से हुई बातचीत के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘श्री नायडू से हुई बातचीत का मुख्य विषय यही था कि मिलकर भाजपा को हराने का काम करेंगे। भाजपा देश के संस्थानों को बर्बाद कर रही हैं। देश के लोकतंत्र और संविधान पर आक्रमण कर रही है। उसे रोकने के लिए हम मिलकर एक साथ काम करने जा रहे हैं।
नायडू से मुलाकात के बाद बोले राहुल- देश को BJP से बचाना हमारा लक्ष्य
इस मुलाकात का यही मुख्य संदेश है कि हम सब मिलकर काम करेंगे। युवाओं के सामने सबसे बड़ मुद्दा है बेरोजगारी है। उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है। भ्रष्टाचार, राफेल, अनिल अंबानी और 30 हजार करोड़ रुपए और किसान, इन्हें मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं।’
राहुल गांधी से करीब एक घंटे तक हुई बैठक के बाद श्री नायडू ने कहा ‘जितने भी दल भाजपा के खिलाफ हैं वे सभी एक मंच पर आ रहे हैं। हमारा उद्देश्य देश को बचाना हैं। देश के लोकतंत्र की सुरक्षा जरूरी है इसलिए सारे पुराने मतभेद भुलाकर सब एक मंच पर आ रहे हैं। यह बहुत आवश्यक हैं।’ दोनों नेता इससे पहले बेंगलुरु में एच डी कुमारस्वामी के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मिले थे।
श्री नायडू लम्बे समय से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक रहे हैं और वह लगातार कांग्रेस के विरोधी रहे हैं। उनकी पार्टी ने आंध, प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए संसद तथा संसद के बाहर राजग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया और बाद में इससे किनारा कर लिया।
तेदेपा नेता ने आज कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और नेशनल कांफ्रेंस नेता तथा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला से भी मुलाकात की। श्री अब्दुल्ला से यह उनकी दूसरी मुलाकात है। श्री नायडू पिछली बार दिल्ली आए थे और उस समय उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती और कुछ अन्य नेताओं से मुलाकात की थी।