एक सितंबर के दिन नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत में 2035 तक मौजूदा 14.5 करोड़ के स्तर से बढ़कर 42.5 करोड़ हवाई यात्री होने की उम्मीद है। मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क ने नागरिक विमानन का प्रजातंत्रीकरण किया है।
उन्होंने देश के नागरिक विमानन क्षेत्र की विकास क्षमता पर प्रकाश डाला और अंतरराष्ट्रीय विमानन क्षेत्र को भारत की ओर देखने का आग्रह किया।वह उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा ग्वालियर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एयरोस्पेस सम्मेलन में बोल रहे थे। उनके अनुसार, देश में मौजूदा 14.5 करोड़ यात्रियों से 2035 तक 42.5 करोड़ हवाई यात्री होने की उम्मीद है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में घरेलू हवाई यातायात एक साल पहले की अवधि की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़कर 1.21 करोड़ यात्री हो गया।सिंधिया ने कहा कि नागरिक विमानन को एक सेवा के साथ-साथ एक उत्पाद के रूप में विकसित करना अनिवार्य है।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब एयरोस्पेस से जुड़ी कंपनियों के लिए भारत में खुद को प्रतिस्थापित करने का समय आ गया है।सम्मेलन का विषय ‘समावेशी वैश्विक मूल्य श्रृंखला की ओर बढ़ना’ है।