उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मॉनसून सत्र से एक दिन पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और सभी दलों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग का अनुरोध किया।
संसदीय व प्रेमपूर्ण वातावरण में बहस करे सदस्य
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष महाना ने विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 19 सितंबर से शुरू हो रहे विधानमंडल के द्वितीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अनुरूप रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
22 सितंबर प्रश्नकाल के बाद महिला सदस्यों को चर्चा के लिए आरक्षित रहेगा
सूत्रों ने बताया कि बैठक में सभी दलों के नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि जनता ने बड़े विश्वास के साथ सभी सदस्यों को देश की सबसे बड़ी विधानसभा में चुनकर भेजा है। उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना हम सबका दायित्व है। उन्होंने सभी सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सदन में सरकार उनका भरपूर सहयोग करेगी। इससे पहले, कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधान सभा अध्यक्ष महाना ने कहा कि 22 सितम्बर को प्रश्नकाल के बाद महिला सदस्यों को चर्चा के लिए आरक्षित रहेगा जो कि देश में एक अनूठा उदाहरण होगा।
सर्वदलीय बैठक में भाग लेने वाले विधानसभ सदस्य
बैठक में समाजवादी पार्टी और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव स्थान पर मनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय लोक दल के नेता राजपाल वालियान, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता अनिल कुमार त्रिपाठी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सदस्य बेदीराम, कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ जनसत्ता दल (लोकतान्त्रिक) के उपनेता विनोद सरोज और बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया।