सावन का महीना शुरू हो चूका हैं कहते हैं भोले भंडारी से इन मास में कुछ भी मांगो तो वह शीघ्र ही पूरा कर देते हैं। इस महीने को हिन्दू धर्म में सबसे ज़्यादा मान्यता और पावन माना गया हैं। कहा जाता हैं कि सावन के सोमवार को अगर शिव शम्भू पर जल चढ़ाया जाये तो वह अति प्रसन्न होते हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही जल और प्रभु की कहानी सुनाने जा रहे हैं जहा जल चढाने से न केवल शांति मिलती हैं बल्कि इंसान को मुक्ति भी प्राप्त होती है।
आज हम आपको नागौर के एक ऐसे शिवालाय के बारे में बताने जा रहे है। जिसे ऋण मुक्तेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। सावन के माह में तो इसकी श्रद्धा और श्रद्धालु मानो जैसे और भी बढ़ जाते हैं। अगर इसकी मान्यता और स्थापना कि बात कि जाये तो यह 200 वर्ष के आस-पास इस शिवालय की स्थापना की गई थी। इसके साथ ही मान्यता है कि इस शिव मंदिर में जल चढ़ाने से ऋण से मुक्ति मिलती है और इंसान को शांति प्राप्त होती हैं। मंदिर के पुजारी सुनील मिश्रा बताते है इस शिवालय में बनी शिवलिंग लाल पत्थर की बनी हुई है जिसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई और साथ ही यह शिवलिंग अपनी यथास्थिति में है।
इसके अनेको उल्लेख किये गए हैं जैसे कि, यदि किसी व्यक्ति ऋण से परेशान है या फिर किसी कष्ट से परेशान है तो वह व्यक्ति यहां पर रोज आकर शिवलिंग के ऊपर जल चढ़ाऐ तो ऋण से मुक्ति दिलवाने में खुद बाबा भोलेनाथ उसकी सहायता के लिए सक्षम रहते हैं। और अगर हर रोज़ आना भी व्यक्ति के लिए संभव नहीं हो पा रहा हैं तो वह हर सोमवार को आकर भी प्रभु की आराधना कर सकता हैं इससे भी शिवशम्भु उससे खुश होंगे। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां पर सावन में एक विशेष पूजा होती है यहां पर सावन में 4 बजे से लेकर 7 बजे तक ऋण मुक्तेश्वर महादेव जी की पूजा की जाती है।
इस स्थान पर मौजूद हैं मंदिर
अगर अब आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा हैं कि आखिर ये मंदिर है कहा तो आपको बता दे कि यह मंदिर नागौर की गणेश बावड़ी में बना हुआ है। यह कुम्हारी दरवाजा जाने वाली सड़क के पास में स्थित है। जहा से ये आपको पास पड़ेगा। पुजारी के अनुसार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष 10 को पूरा शहर इस शिवालय में दर्शन करने आता है. ऋण मुक्तेश्वर महादेव बाबा की पूजा करने के लिए घी, शहद, देशी शक्कर, दूध, इत्र, बिलपत्र, खेजड़ी, आक, अंबीर, गुलाब, दही, गंगाजस, लोंग ,ईलायची तथा मिठाई तथा फ्रुट तथा विभिन्न प्रकार सामग्री का उपयोग करते हुऐ महादेव बाबा का रुद्र अभिषेक किया जाता हैं।