हाल ही में एक बेहद ही चौका देने वाला किस्सा सामने आया हैं जिसे सुनकर और वहा मौजूदा लोग देखकर हैरान ही रह गए कि ये हुआ तो हुआ कैसे? ये किस्सा हैं जिला अस्पताल जांजगीर मे शुक्रवार की रात ऑपरेशन थिएटर में एक डॉक्टर की मौत हो गई. यह सूचना मिलने पर पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. डॉक्टर शोभाराम बंजारे को 68 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक आया था. वह एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट थे. सिविल सर्जन ने घटना की जानकारी परिजनों को दी गयी.
जिले के बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल जिला अस्पताल में शुक्रवार की रात अलग-अलग तरह के मरीजों के ऑपरेशन की तैयारी चल रही थी. वहीं, ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की टीम तैनात थी. डिलीवरी के लिए एक महिला मरीज को बेहोशी का इंजेक्शन डॉ. शोभाराम बंजारे (एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट) द्वारा लगाया जा रहा था. इसी समय रात 9 बजे करीब डॉ. बंजारे अचानक जमीन पर गिर गए.
यह देखते ही वहां मौजूद स्टाफ ने उनको उठाने का प्रयास किया और उच्च अधिकारियों को सूचना दी. तत्काल सिविल सर्जन डॉ. अनिल जगत मौके पर पहुंचे. ऑपरेशन थिएटर मे बेहोश हुए डॉ. बंजारे को आपातकालीन चिकित्सा मुहैया कराई गई, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई. पता चला की डॉ. शोभाराम बंजारे की हार्टअटैक से जान गई है.
2019 से अस्पताल में थे तैनात
सिविल सर्जन डॉ. अनिल जगत ने बताया की जिला अस्पताल में डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए डीएमएफ फंड से कई डॉक्टर्स की नियुक्ति की गई है, जिसमें निश्चेतना के डॉक्टर शोभाराम बंजारे को भी डीएमएफ फंड पर 2019 को नियुक्त किया गया था. डॉ. बंजारे ने नियुक्ति के बाद जिला अस्पताल में कई बड़े- बड़े ऑपरेशन में सहयोग किया है. शुक्रवार रात डॉ. बंजारे की प्रसूता महिला के ऑपरेशन की ड्यूटी थी. डॉ. जब मरीज को इंजेक्शन लगा रहे थे, उसी दौरान बेहोश होकर नीचे गिर पड़े. डॉ. बंजारे की परिजन दुर्ग के गिढोला गांव के रहने वाले हैं, जिनको सूचना दे दी गई थी.
बिना पोस्टमार्टम कराए मांगा शव
डॉ. बंजारे के परिजन आज सुबह जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने सिविल सर्जन से चर्चा करते हुए बताया पहले भी डॉ. बंजारे को हार्ट अटैक आ चुका है. परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के ही शव ले जाने की इच्छा जताई, जिस पर जिला अस्पताल प्रशासन ने डॉ. शोभाराम बंजारे के शव को परिजनों को सौंप दिया है.