रिमझिम बारिश हो रही थी, सभी लोग घर के अंदर थे, तभी दरवाजे के नीचे सांप के बच्चों ने एंट्री मारी. इनकी संख्या इतनी थी कि डर के मारे घरवाले चिल्लाते हुए घर छोड़कर बाहर निकल आए. पार्किंग में आकर खड़े हो गए. हल्ला मचा तो स्नेक कैचर को बुलाया गया. मौके पर पहुंचे स्नेक कैचर ने जब घर के अंदर जाकर तलाश ली तो वहां से कोबरा के 16 सपोले पकड़े गए.
दरअसल, मामला सागर के लेहदरा नाका रोड पर पीतल फैक्टरी के पास का है. जहां श्याम सुंदर श्रीनिवास ने स्नेक कैचर लक्ष्मण पवार को सूचना दी कि राम मंदिर के पास उनका घर है, जहां पर एक सांप दिखाई दिया है. उनके परिजन डर के मारे घर के बाहर खड़े हैं, इसलिए वह जल्दी पहुंचे. सूचना मिलते ही आधे घंटे में वह पीतल फैक्ट्री के पास पहुंच गए, जहां घर के एक कोने में काला नाग 16 बच्चों के साथ कुंडली मारे बैठा था, जिसके बाद लक्ष्मण ने बाहर आकर घरवालों को सूचना दी कि घर के कोने में कुछ सांप के बच्चे भी हैं, इसलिए एक बड़ा सा डिब्बा उनके लिए उपलब्ध कराएं.
फुफकार रहे थे बच्चे
मोहल्ले वालों से लेकर एक प्लास्टिक का डिब्बा दिया गया, जिसके बाद इन सांपों का रेस्क्यू शुरू किया गया. धीरे-धीरे करके बड़ी सावधानी के साथ इनको पकड़कर प्लास्टिक के डिब्बे में डाला गया. जब स्नेक कैचर लक्ष्मण इनको पकड़कर डिब्बे में डाल रहा था, उस दौरान नाग गुस्से में फुफकारते हुए दिखे. लक्ष्मण ने बताया कि ये स्पेक्टेकल कोबरा प्रजाति के सांप के बच्चे हैं
तब पूरे इलाके में फैल जाते
बताया कि इस कोबरा के फन पर आगे पीछे एक आकृति बनी होती है, जिसे पद्म कहा जाता है. इस कारण लोग इसकी पूजा करते हैं. इसकी लम्बाई 4 से 4.5 फीट तक हो सकती है. स्नेक कैचर ने बताया कि समय रहते इनके बारे में पता चल गया, नहीं तो यह बेहद जल्दी बड़े हो जाते हैं और यह इतने थे कि पूरे इलाके में फैल कर दहशत मचा सकते थे.