CHINA NEWS: चीन आज जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से अंतरिक्ष यान शेनझोउ-18 को चालक दल के साथ बीजिंग से आज लॉन्च करेगा। चीन मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी (सीएमएसए) ने बुधवार को इसकी घोषणा की। सीएमएसए के उप निदेशक लिन ज़िकियांग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अंतरिक्ष यान शेनझोउ-18 अंतरिक्ष उड़ान मिशन को पूरा करने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों – ये गुआंगफू, ली कांग और ली गुआंगसु को लेकर जाएगा।यह दल अंतरिक्ष स्टेशन पर लगभग छह महीने तक रहेगा। इस यात्रा का उद्देशय है कि 6 साल यानी 2030 तक लोगों को चंद्रमा पर भेजना है।
स्पेस में किन चीजों का परीक्षण करेंगे चीनी यात्री
चाइना मैन्ड एजेंसी (सीएमएसए) के उप निदेशक लिन जिकियांग ने बुधवार को बताया कि वे वैज्ञानिक कई तरह के परीक्षण करेंगे, अंतरिक्ष स्टेशन पर अंतरिक्ष मलबे के संरक्षण के लिए उपकरण स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन अंतत: विदेशी अंतरिक्ष यात्रियों और अंतरिक्ष पर्यटकों को अपने अंतरिक्ष स्टेशन कर पहुंचाने कि दिशा में काम कर रहा है। चीन ने 2003 में अपना पहला मानव अंतरिक्ष मिशन शुरू किया था। चीन अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए किसी व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजने वाला तीसरा देश बन गया था। ऐसा करने वाले चार देश अमेरिका, रूस, चीन और भारत जो चांद पर अपना अंतरिक्ष यान उतार चुका हैं।
अमेरिका के लिए सबसे बड़ी चुनौती चीन
हाल ही में अमेरिका के जरनल स्टीफन व्हिटिंग ने सीनेट सशस्त्र सेवा समिति की सुनवाई के दौरान कहा था कि अमेरिका के लिए सबसे बड़ी चुनौती चीन है और वह एडवांस स्पेस वेपन (अंतरिक्ष हथियार) विकसित करना चाहता है। इसी लक्ष्य के साथ चीन अपने सैटेलाइट मौसम विज्ञान, मानव अंतरिक्ष उड़ान और रोबोटिक स्पेस एक्सप्लोरेशन में प्रगति कर रहा है। व्हिटिंग ने बताया कि चीन का सैटेलाइट बेड़ा 2018 से तीन गुना से अधिक बढ़कर 359 सिस्टम तक पहुंच गया है। व्हिटिंग का कहना है कि चीन की कुछ नई तैनात की गई सैटेलाइट हथियार के रूप में काम करने में सक्षम हो सकती हैं जो अमेरिकी ऐसेट्स को निशाना बना सकती हैं।