पाकिस्तान में सेना के खिलाफ आवाज उठाने का मतलब है की आप अपने मौत को दावत देना। ऐसे तो दावा किया जाता है कि पाकिस्तान में सब कुछ ठिक चल रहा है, लेकिन सच कुछ अलग ही है। आपको बता दें कि पाकिस्तान में एक ऐक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बाद पाकिस्तान में भुचाल आ गया है। ऐसे में इमरान सरकार में मंत्री रहीं शिरीन मजारी की बेटी इमान मजारी ने पाक सेना को दहशतगर्द बता दिया। बयान देने के अगले दिन ही सिविल ड्रेस में कुछ लोग उनके घर आए और उन्हें अपने साथ लेकर चले गए
मुख्य दरवाजे को तोड़ने के बाद
पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी इमान मजारी को रविवार सुबह यहां उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। तरनूल थाने के एक अधिकारी ने बताया कि युवा वकील और कार्यकर्ता इमान मजारी पर सरकारी मामलों में दखल देने, धरना प्रदर्शन तथा विरोध करने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। उनकी मां शिरीन मजारी ने गिरफ्तारी को ‘‘अपहरण’’ बताया और कहा कि सादे कपड़ों में आए लोग ‘‘हमारे घर के मुख्य दरवाजे को तोड़ने के बाद मेरी बेटी को अपने साथ ले गए।
तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से इस्तीफा दे दिया
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘वे हमारे सुरक्षा कैमरे और उसका लैपटॉप तथा मोबाइल फोन ले गए। हमने पूछा कि वे किसके लिए आए हैं और वे इमान को खींचकर बाहर ले गए। उन्होंने घर के कोने-कोने की तलाशी ली। मेरी बेटी नाइट ड्रेस में थी और उसने कहा कि मुझे कपड़े बदलने दो लेकिन उन्होंने उसे बाहर घसीट लिया। जाहिर तौर पर कोई वारंट या किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। सरकार का फासीवाद। घर में सिर्फ दो महिलाएं थीं। यह अपहरण है।’’ शिरीन मजारी को नौ मई को हुए दंगों के बाद पुलिस हिरासत में ले लिया गया था जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
आगे की कार्रवाई में कानून का पालन करेंगे
इस्लामाबाद में पुलिस ने एक मानवाधिकार वकील इमान ज़ैनब मजारी-हाजिर और एक पूर्व विधायक को गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वे कुछ सवाल पूछना चाहते थे। ऐसा तब हुआ जब वकील ने एक सोशल मीडिया वेबसाइट पर पोस्ट किया। और उसके बाद कुछ लोग बिना अनुमति के उसके घर में प्रवेश किए। पुलिस ने कहा कि उन्होंने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में कानून का पालन करेंगे।
किसी को भी बोलने की इजाजत नहीं है
इस्लामाबाद में पुलिस विभाग का कहना है कि उन्होंने जो खबर जारी की है वह सही है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की ओर से किसी को भी बोलने की इजाजत नहीं है। हमें इस जांच के बारे में तब पता चला जब वकील ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि कुछ अज्ञात लोगों ने गेट फांदकर उनके घर का कैमरा तोड़ दिया।शिरीन एक अदालत के बाहर पत्रकारों से बात कर बताई की कुछ अधिकारी उनके घर आए और जबरदस्ती गेट खोल दिया। उन्होंने उसके गार्ड को तोडा और उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
गिरफ्तार करने के लिए यहां आए हैं
उन्होंने गार्ड का फोन और बंदूक भी छीन ली। जब उसने दरवाज़ा खोला तो वे ईमान को ले गए। महिला पुलिस अधिकारी भी शिरीन को घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रही थीं। पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस से पूछा कि क्या वे उन्हें और उनके दोस्त इमान दोनों को गिरफ्तार करने के लिए यहां आए हैं। जिसके बाद एक पुलिस अधिकारी ने उसकी दोस्त शिरीन को छोड दी। शिरीन ने कहा कि अधिकारियों ने उनसे ईमान का शयनकक्ष दिखाने के लिए कहा क्योंकि वे उसका लैपटॉप और फोन लेना चाहते थे। बीस आदमी कमरे में गए, सब कुछ देखा और उसका लैपटॉप और फोन छीन लिया।