Omicron Variants ने 89 देशों में दी दस्तक, मामले हो रहे हैं 3 दिन में दोगुने : डब्ल्यूएचओ - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

Omicron variants ने 89 देशों में दी दस्तक, मामले हो रहे हैं 3 दिन में दोगुने : डब्ल्यूएचओ

कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन विश्व के 89 देशों में दस्तक दें चुका है और मामले दोगुने होने में तीन दिनों का समय ले रहा है। यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दी।

कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन विश्व के 89 देशों में दस्तक दें चुका है और मामले दोगुने होने में तीन दिनों का समय ले रहा है। यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हाइपर म्यूटेंट विषाणु है जिसमें पहले के वेरिएंट की तुलना में काफी बदलाव आए हैं और इसके स्पाइक प्रोटीन में कम से 26 से 32 बदलाव दर्ज किए गए हैं जिसकी वजह से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा दे सकता है। इसकी संक्रमण दर भी अधिक है।डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 16 दिसंबर तक यह विषाणु विश्च के 89 देशों तक पहुंच चुका था और इस बात की आशंका है कि जल्दी ही यह कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक फैल सकता है।
ओमिक्रोन डेल्टा की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है
इसमें कहा गया है कि ओमिक्रोन डेल्टा की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है और इसके मामले दोगुने होने में तीन दिनों का समय लग रहा है। अभी तक यह भी नहीं पता चल पाया है कि इसके तीव्र गति से फैलने की दर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देना, आंतरिक संचरणीय क्षमता या दोनों ही कारण है। जहां तक इसकी गंभीरता का सवाल है तो अभी तक इस मामले में आंकड़े सीमित ही हैं और अभी इस दिशा में शोध किया जाना बाकी है। लेकिन जिस प्रकार से ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसे देखते हुए लगता है कि अधिकतर देशों में स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा सकती हैं।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा है कि इस विषाणु पर वैक्सीन की कारगरता के बारे में भी अभी तक कोई ठोस डाटा उपलब्ध नहीं है। लेकिन दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में शुरूआती नतीजों के अनुसार इस पर फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन, एस्ट्राजेनेका और सिनोवेक वैक्सीन के दोनों डोज का कोई असर नहीं देखा गया है लेकिन बूस्टर डोज काफी प्रभावी देखा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 + thirteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।