पीएम मोदी शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे है। इस दौरान उन्होंने चीन और पाकिस्तान के पीएम को सामने बैठाकर आतंकवाद को लेकर बात की है। आपको पता होगा पाकिस्तान से भारत की हमेशा आतंकवाद को लेकर कई बार लड़ाई हो चुकी है इसी तरह चीन से भी तनातनी चलती ही रहती है। इस बीच पीएम ने आतंकवाद को लेकर बात की है। Sco के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते हुए पीएम ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित कई देशों के प्रतिनिधि से बात की।
आतंकवाद को लेकर पीएम ने की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा है। हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा। कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के एक साधन के रूप में उपयोग करते हैं और आतंकवादियों को आश्रय देते हैं।
आतंकवाद को लेकर संकोच नहीं होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए। एससीओ देशों को इसकी निंदा करनी चाहिए। आतंकवाद पर कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए।
भारत ने Sco के भीतर सहयोग के पांच स्तंभ स्थापित किए
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ यूरेशिया की शांति, समृद्धि, विकास के लिए प्रमुख मंच के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा भारत ने एससीओ के भीतर सहयोग के पांच स्तंभ स्थापित किए हैं। जिनमें स्टार्टअप और इनोवेशन पारंपरिक चिकित्सा, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेशन को लेकर बात की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ को लेकर क्या कहा
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों में, एससीओ पूरे यूरेशिया क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र के साथ भारत के हजारों साल पुराने सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंध हमारी साझा विरासत का जीवंत प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, एससीओ द्वारा देशों के युवाओं की प्रतिभा का दोहन करने के लिए, यंग साइंटिस्ट कॉन्क्लेव, ऑथर्स कॉन्क्लेव, स्टार्टअप फोरम और यूथ काउंसिल जैसे कई नए मंच आयोजित किए गए हैं। ये प्लेटफार्मों का लक्ष्य एससीओ के युवाओं की क्षमता को प्रदर्शित करना और उन्हें सार्थक अवसर प्रदान करना है।
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान चीन से की बात
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है। आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई करनी होगी। कुछ देश क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के टूल के रूप में इस्तेमाल करते हैं इस तरह से पीएम मोदी ने आतंकवाद के साथ कई संगीन मामलो को लेकर बात की और आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की।
आतंकवाद को लेकर पीएम ने की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा है। हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा। कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के एक साधन के रूप में उपयोग करते हैं और आतंकवादियों को आश्रय देते हैं।
आतंकवाद को लेकर संकोच नहीं होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए। एससीओ देशों को इसकी निंदा करनी चाहिए। आतंकवाद पर कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए।
भारत ने Sco के भीतर सहयोग के पांच स्तंभ स्थापित किए
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ यूरेशिया की शांति, समृद्धि, विकास के लिए प्रमुख मंच के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा भारत ने एससीओ के भीतर सहयोग के पांच स्तंभ स्थापित किए हैं। जिनमें स्टार्टअप और इनोवेशन पारंपरिक चिकित्सा, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेशन को लेकर बात की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ को लेकर क्या कहा
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों में, एससीओ पूरे यूरेशिया क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र के साथ भारत के हजारों साल पुराने सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंध हमारी साझा विरासत का जीवंत प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, एससीओ द्वारा देशों के युवाओं की प्रतिभा का दोहन करने के लिए, यंग साइंटिस्ट कॉन्क्लेव, ऑथर्स कॉन्क्लेव, स्टार्टअप फोरम और यूथ काउंसिल जैसे कई नए मंच आयोजित किए गए हैं। ये प्लेटफार्मों का लक्ष्य एससीओ के युवाओं की क्षमता को प्रदर्शित करना और उन्हें सार्थक अवसर प्रदान करना है।
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान चीन से की बात
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है। आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई करनी होगी। कुछ देश क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के टूल के रूप में इस्तेमाल करते हैं इस तरह से पीएम मोदी ने आतंकवाद के साथ कई संगीन मामलो को लेकर बात की और आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की।