पाकिस्तान में कुछ राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों के भारत से लगी नियंत्रण रेखा की ओर प्रस्तावित जुलूस को वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर टाल दिया गया है। इमरान खान ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र आम सभा में 27 सितंबर को उनके भाषण देने तक इस जुलूस को टाल दिया जाए। अनुमान है कि इमरान खान संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे।
एक रिपोर्ट के अनुसार पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों के प्रमुखों की समिति ने यह निर्णय लिया। भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो संघ शासित राज्यों में बांटने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव है। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने का फैसला किया था।
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इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक रिश्तों को कमतर कर दिया और भारतीय उच्चायुक्त को अपने यहां से निष्कासित कर दिया। प्रधानमंत्री खान ने शुक्रवार को एक रैली में कहा कि उन्हें पता है कि पीओके में ज्यादातर नवयुवक एलओसी की ओर जुलूस निकालना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र आम सभा में उनके भाषण तक इस कार्यक्रम को टाल दिया जाए।