अफगान छात्र काबुल में महीनों से बंद भारतीय दूतावास में वीजा की मांग को लेकर इकट्ठा हुये ताकि वे भारत वापस लौट सके और अपनी पढ़ई जारी रख सके। प्रदर्शनकारियों में से एक ने बुधवार को स्पूतनिक को इसकी जानकारी दी।
छात्र अगस्त माह से ही तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं और भारत में अपनी पढ़ई पर लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
अभी तक नही मिली तालिबानी सरकार को मान्यता
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में नियंत्रण पा लिया था और सितंबर माह में मोहम्मद हसस अखुंद के नेतृत्व में अन्तरिम सरकार का गठन किया था। तब से ही अंतराष्ट्रीय संस्थानें देश में बिगड़ती मानवीय स्थिति को लेकर लगातार चेतावनी दे चुकी हैं। हालांकि यहां की सरकार को अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्यता नहीं मिली है, कई देशों ने मानव अधिकारों और समावेशिता के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए आंदोलन का आह्वान किया है।