आज से कुछ समय पहले एक टाइम था जब रोबोट्स को महज़ एक मचिनेस कि तरह ट्रीट किया जाता था। क्योकि चाहे रोबोट्स कितने भी एडवांस हो लेकिन फिर भी उनमे वो सांस लेने की खूबी, सोचने-समझने की क्षमता और महसूस करने की फीलिंग नहीं होती थी। ये भारी-भरकम लोहे के डिब्बे होते थे. इनमें कई कॉम्प्लीकेशंस होती थी। ज्यादातर इनका इस्तेमाल साइंटिस्ट्स ही छोटे-मोटे कामों के लिए करते थे। लेकिन समय के साथ इन रोबोट्स को भी एडवांस बना दिया गया। आज की डेट में कई रोबोट हैं जो रेस्त्रां में खाना बना भी रहे हैं और सर्व भी कर रहे हैं। इंसानों का काम इन रोबोट्स ने काफी आसान कर दिया है।
आज दुनिया के कई ऐसे बड़े फैक्ट्री हैं, जो रोबोट्स का इस्तेमाल करते हैं. जिन कामों को करने में इंसान को मेहनत करनी पड़ती थी, अब रोबोट्स उन्हें आसानी से कर देते हैं। इसके अलावा जिन कामों में जान जाने का रिस्क था, उसे भी अब रोबोट्स की मदद से पूरे कर लिए जाते हैं। लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है, वो सबसे ज्यादा हैरान करने वाली है। बताया जा रहा है कि साइंटिस्ट्स ने ऐसा रोबोट बना लिया है जो इंसानों की तरह सांस लेता है। जी हां, ये रोबोट सांस ले सकता है इसका नाम है ANDI जिसे ना जाने कितनी खुबिया हैं।
दुनिया का पहला साँस लेने वाला रोबोट
आपको जानकर हैरानी होगी कि एंडी दुनिया का ऐसा पहला रोबोट है जिसे पसीना निकलता है। जी हां, इस वजह से इसे स्वेटी रोबोट भी नाम दिया गया है। कई ब्रिलियंट रोबोट्स ने अपनी बुद्धि एक साथ लगाकर इस रोबोट को बनाया है। इस थर्मल रोबोट में ऐसी खासियत डाल दी है कि ये किसी भी एंगल से इंसान से कम नहीं लग रहा है। इसे पसीना आता है, इसे ठंड लगती है और सबसे बड़ी बात कि ये सांस ले सकता है।
इंसान को भी देगा मात
बता दे कि इस रोबोट की बॉडी में स्किन के 35 लेयर लगाए गए हैं. इससे इंसान की तरह ही असली पसीना निकलता है। यूएस फर्म Thermetrics ने ऐसे 10 रोबोट बनाए हैं। इस फर्म का मकसद Arizona State University के रिसर्चर्स को ये समझाने का है कि भीषण गर्मी इंसान की बॉडी पर क्या प्रभाव डाल सकती है। इस रोबोट को बनाने के प्रोजेक्ट को लीड कर रहे Konrad Rykaczweski ने बताया कि एंडी को पसीना आएगा। जब उसे ठंड लगेगी तो वो कांपेगा भी। यानी ये पूरी तरह से इंसान जैसा ही होगा. फर्म ने इसी मॉडल के आधार पर स्वेटी बेबी भी बनाए हैं। इनसे बच्चों के कई हेल्थ कंडीशन को समझने में मदद ली जाएगी।