पूर्व केन्द्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद का सोमवार को निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मसूद का दिल्ली के अस्पताल में उपचार चल रहा था और वह ठीक भी हो गए थे मगर बाद में उनकी तबियत बिगड़ गई।
मसूद के भतीजे एवं पूर्व विधायक इमरान मसूद ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित होने के बाद दिल्ली में उनका इलाज कराया गया था। वह ठीक होकर सहारनपुर लौट आये थे लेकिन उनकी तबियत फिर से खराब हुई और उन्हें रुड़की के एक नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था जहां सोमवार सुबह उनका निधन हो गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मसूद के निधन पर शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मसूद का निधन कांग्रेस के लिये एक अपूरणीय क्षति है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री काफी सरल व्यक्तित्व के थे। भाईचारा उनकी पहचान थी।
पांच बार लोकसभा सांसद रहे मसूद राज्यसभा के भी सदस्य रह चुके थे। वह 1989 का लोकसभा चुनाव जनता दल के उम्मीदवार के रूप में जीते थे और तत्कालीन सरकार में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री रहे। मसूद 1975 से 1977 के बीच भारतीय लोक दल के महासचिव भी रह चुके थे।