पंजाब के जालंधर जिला में बाढ़ के बाद होने वाली बीमारियों और समस्याओं की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में बड़े स्तर पर स़फाई अभियान चलाया है और इस काम में अलग-अलग नगर परिषदों के सैंकड़ कर्मचारियों को ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ लगाया गया है ताकि गलियों से इकट्ठे किये गए कूड़ को निर्धारित स्थानों पर भेजा जा सके।
जिलाधीश जालंधर वरिन्दर कुमार शर्मा ने गुरुवार को बताया कि कार्यकारी अधिकारियों की निगरानी में सफाई व्यवस्था समितियों का गठन किया गया, जो बाढ़ प्रभावित गाँव में स़फाई अभियान चलायेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की कोई बीमारी न फैल सके।
उन्होंने बताया कि बाढ़ के पानी के बाद कीचड़ और प्लास्टिक और अन्य समान को सफाई कर्मियों की टीमें साफ करेंगी। उन्होनें यह भी बताया कि इसके अलावा फोगिंग टीमें बाढ़ प्रभावित गाँवों में पिछले कई दिनों से दिन में दो बार फोगिंग करने का काम कर रही है।
श्री शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए दो मोबाइल वाटर टैसि्टंग वैन स्थापित किए है, जिनका काम पानी के टैंकरों की जाँच करना है।
श्री शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित गाँवों के लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 21 गाँवों में से नौ में जलापूर्ति शुरु हो गया है।
उन्होंने कहा कि गाँव मेहराजवाला, कंग खुर्द, कंग कलां, मुंडी चोलिया, नसीरपुर, मंडाला, युसफपुर डेरेवाल और गिद्दड़पिंडी में पानी की आपूर्ति चालू करने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए पीने के पानी की आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन की ओर से जिन गाँवों में टैंकरों से पानी पहुँचाया जा सकता है, वहाँ सड़क के रास्ते इसकी शुरूआत की है।