लुधियाना : शिरोमणि गुरदुारा प्रंबधक कमेटी के प्रधान जत्थेदार भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल पद संभालने के पश्चात पहली बार लुधियाना के प्रतिष्ठित गुरदुारा दुख निवारण साहिब में नतमतस्तक होनेे के लिए पहुंचें।
गुरदुारा दुख निवारण साहिब के मुख्य सेवादार व दोआबा जोन के इंचार्ज प्रितपाल सिंह ने गुरदुारा साहिब की प्रंबंधक कमेटी की तरफ से प्रधान एस जी पी सी भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल,बलविंदर सिंह जौड़ा सचिव धर्म प्रचार कमेटी व दर्शन सिंह ने गुरू घर की बख्शीश रूपी सिरोपा भेंट करके संगत की तरफ से सम्मान किया। गुरदुारा दुख निवारण साहिब के मुख्य सेवादार प्रितपाल सिंह ने भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल का स्वागत करते हुए श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के समक्ष यह अरदास की परमात्मा उनको सिखी के धर्म व प्रचार के लिए और भी बल बख्शे।
एस जी पी सी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि नशों ने आजकल पंजाब को हिला कर रख दिया है। उन्होंने पंजाब सरकार को नशों पर नुकेल कसने के कारण फलाप करार देते हुए कहा कि हर दिन पंजाब के गबरूओं में से कोई ना कोई नौजवान नशे की मौत मर रहा है। उन्होंंने कहा कि एस जी पी सी नशों के खिलाफ पंजाब भर में विशेष मुहिम चलाएगी। नशों को कंट्रोल करने के मामले में जो कैप्टन सरकार द्वारा बड़े बड़े दावे किए जा रहे है,वह केवल राजनीतिक पखंडबाजी है।
1984 में श्री दरबार साहिब से देश की फौज द्वारा अहम दस्तावेज अपने कब्जे में लिए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में जत्थेदार लोंगोवाल ने कहा कि एस जी पी सी पिछले लंबे समय से ही देश के प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री व सेना प्रमुखों से समय-समय पर भारतीय सेना द्वारा ले जाए गए सिख रेफरेंस लाइब्रेरी के अनमोल धार्मिक, इतिहासिक और साहित्यक खजाने की वापिसी का मामला उठाती रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में दरबार साहिब माथा टेकने आएं सेना के जनरल राबत ने अनुभवी शासक की भांति कहा कि ऐसा कोई मामला उनके ध्यान में नहीं।
लोंगोवाल ने यह भी कहा कि वह कानूनी राय के मुताबिक सिखों की अनमोल दरोहर वापिस लेने का रास्ता अख्तियार कर रहे है। 3 साल पहले कोटकपूरा के नजदीक बरगाड़ी में पावन ग्रंथ श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के पश्चात रोष प्रदर्शन कर रहे पुलिस की गोली से मारे गए 2 सिख नौजवानों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा सवा महीने से इंसाफ मोर्चे से एसजीपीसी और भाई लोंगोवाल की दूरी क्यों पूछे जाने पर जत्थेदार ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों की बेअदबी निंदनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि आम सिख की भांति उनके हृदयों को भी चोट पहुंची थी और वे चाहते है, जल्द से जल्द बेअदबी करने वाले लोगों को सख्त से सख्त सजा मिले।
धर्म के प्रचार व प्रसार संबंधी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने बताया कि बाणी व बाणे के प्रति सिख संगतों को जागरूक किया जा रहा है। पाठी सिंहो को गुरबाणी की महत्ता व बारीकीयों से अवगत करवाया जा रहा है। इसी मुहिम के तहत बोध पाठ समागमों को आयोजन किया जा रहा है। सिखी के प्रचार व प्रसार के लिए पंजाब के घर-घर तक पहुंच की जा रही है।
काबुल से लौटे परिवारो के बारे में लोंगोवाल ने कहा कि उनको इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है,शिरोमणि कमेटी तों हमेशा ही देश विदेश में संकट की घड़ी में मदद करती आई है। यदि कोई भी परिवार उनसे संपर्क करेगा तों उसकी हर मदद की जाएगी। श्री हरिमन्दिर साहिब व तख्तों की धार्मिक यात्रा संगतों को बिलकुल फ्री करवाने संंबंधी भी एस जी पी सी की तरफ से मुहिम चलाई जा रही है। ताकि जो लोग आर्थिक मजबूरी के कारण धार्मिक यात्रा नहीं कर सकते,वह धार्मिक स्थानो के दर्शन कर सकें।
उन्होंंने संगतों को यह भी पुरजोर अपील की जितना भी समय उनको अपने कामकाज के दौरान मिले,वह अपनी हाजरी गुरदुारा साहिब में लगवाए और नितनेम से बाणी का सिमरन करे। गुरू साहिबान के उपदेशों पर अमल करने का प्रयास करते हुए जीवन को सार्थक बनाने के लिए कदम बढ़ाए। अमृतधारी बीबीयों के लिए हैल्मट जरूरी करने के मामले में कोर्ट के आए फैसले के बारे में प्रधान लोंगोवाल ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ शिरोमणि कमेटी हाईकोर्ट व सुप्रीमकोर्ट तक पहुंच करेगी।
– सुनीलराय कामरेड