नई दिल्ली : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस कार्यक्रम शुरू होने के पूरे एक साल के बाद छात्रों और उनके अभिभावकों में आए बदलावों को देखकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया आज उत्साह से कहते हैं कि हैप्पीनेस को स्कूलों में पढ़ाया जा सकता है, हम अपने सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस को पढ़ा रहे हैं। सिसोदिया ने रविवार को सरकारी स्कूल की छात्रा मुक्ति का वीडियो शेयर कर ट्वीट किया कि एक साल पहले जब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से कक्षा 8 तक में हैप्पीनेस क्लास शुरू हुई थी तब मुझसे यही सवाल पूछा जा रहा था, क्या सरकारी स्कूलों की क्लास में खड़े होकर हैप्पीनेस को पढ़ाया जा सकता है।
आज एक साल बाद जब हम आठ लाख बच्चों की जिदंगी बदलते देख रहे हैं तो हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि हैप्पीनेस को पढ़ाया जा सकता है। वहीं एक और ट्वीट पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी दिल्ली सकार के स्कूलों में हैप्पीनेस उत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें अभिभावक बदलाव की कहानियां सुना रहे हैं, जिन्हें सुनकर गर्व महसूस होता है। हैप्पीनेस क्लास से बच्चों में क्या बदलाव आए हैं इसको बताने के लिए उप मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूल छात्रा का एक वीडियो शेयर किया है।
इस वीडियो में छात्रा खुद बताती है कि हैप्पीनेस कार्यक्रम से उसमें क्या बदलाव आया है। मुक्ति नामक छात्रा बताती है कि वह घर में गुस्से में रहती थी। क्लास से हमेशा बाहर रहती थी। पढ़ने में उसका मन नहीं लगता था और क्लास में सभी के साथ लड़ाई करती थी। इतना ही नहीं अपने भाई-बहनों से लड़ती थी और माता-पिता से भी अच्छे से व्यवहार नहीं करती थी। जब उसने हैप्पीनेस क्लास क्लास की उसमें बहुत बदलाव आ गया आज एक साल बाद मुक्ती इतना बदलाव आया कि वह सभी क्लास अटेंड करती है और नंबर भी 55 प्रतिशत से बढ़कर 65 प्रतिशत लेकर आई है।