महाराष्ट्र में राजनीतिक अपने चरम पर पहुंच चुकी है क्योंकि उद्धव ठाकरे की समर्थन करने वाली सरकार के 46 विधायक ने शिवसेना की सरकार से पल्ला झाड़ लिया हैं। हालांकि, शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को संकेत दिया कि महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के चलते विधानसभा को भंग किया जा सकता है। राउत ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम राज्य विधानसभा को भंग करने की ओर ले जा रहे हैं।’’
शिंदे ने कहा- समर्थन में 46 विधायक हैं
जानकारी के मुताबिक राउत का यह बयान शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे द्वारा बगावत के परिणामस्वरूप राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार में पैदा हुए संकट के बीच आया है। शिंदे ने कहा है कि उनके समर्थन में 46 विधायक हैं। शिंदे ने एक मराठी टेलीविजन चैनल से कहा, “मेरे पास दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन किए बिना विधानसभा में एक अलग समूह बनाने के लिए शिवसेना विधायकों की आवश्यकता से अधिक संख्या है।”
संकट के बादल छाये हुए उद्धव ठाकरे पर
शिवसेना के विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है, जिसके कारण महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार संकट में आ गयी है। शिंदे के नेतृत्व में बुधवार को सुबह असम के गुवाहाटी पहुंचे महाराष्ट्र के बागी विधायकों के एक समूह को कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के बाहरी इलाके में एक लग्ज़री होटल में ले जाया गया है। शिंदे ने कहा है कि सभी विधायक पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की ‘हिंदुत्व’ विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं।