भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच 18 से 22 जून तक साउथम्पटन में खेला जाएगा। जिसके लिए दोनों टीम इंग्लैंड पहुंच गई है। इस बीच आईसीसी ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए मैच अधिकारियों के नाम की घोषणा कर दी है। इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज क्रिस ब्रॉड इस प्रतिष्ठित मुकाबले में आईसीसी मैच रैफरी की भूमिका निभाएंगे। जबकि आईसीसी एलीट पैनल में शामिल रिचर्ड इलिंगवर्थ और माइकल गफ मैदानी अंपायर होंगे। बता दें, आईसीसी की ओर से पहली बार इसका आयोजन किया जा रहा है।
आईसीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (अंपायर एवं रैफरी) एड्रियन ग्रिफिथ ने कहा, हमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए अनुभवी मैच अधिकारियों की टीम की घोषणा करने की खुशी है। महामारी के बीच यह आसान समय नहीं है लेकिन हम भाग्यशाली हैं कि इस प्रतिष्ठित मुकाबले में ऐसे अधिकारियों का समूह है जिसने वर्षों से लगातार अच्छा काम किया है। हम उन सभी को शुभकामनाएं देते हैं।
बता दें, इंग्लैंड के विरुद्ध दूसरे टेस्ट के बाद न्यूजीलैंड की टीम 15 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के निर्णयक मुलाबले के लिए बायो बबल में प्रवेश करेगी। वहीं भारतीय टीम 3 जून को इंग्लैंड पहुंच गई है। फिलहाल न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने में व्यस्त है। इस सीरीज का दूसरा टेस्ट 14 जून को एजबेस्टन में खत्म होना है। इस बीच इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेलने की वजह से न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी माना रहा है। बता दें, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
बता दें, बेशक न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी बताया जा रहा हो, लेकिन भारत और न्यूजीलैंड के ओवरऑल क्रिकेट रिकॉर्ड पर नजर डाले तो ऐसे में टीम इंडिया हर तरह से मजबूत दिखाई देती है। दरअसल दोनों के बीच तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 185 मुकाबले गए हैं। टीम इंडिया को 82 में जीत मिली है जबकि न्यूजीलैंड ने 69 मैच जीता है। दोनों के बीच 59 टेस्ट हुए हैं,भारत ने 21 जबकि न्यूजीलैंड ने 12 टेस्ट जीते हैं। 110 वनडे में टीम इंडिया ने 55 जबकि न्यूजीलैंड ने 49 जीते हैं। दोनों के बीच 16 टी20 हुए हैं, भारत ने 6 जबकि न्यूजीलैंड ने 8 मुकाबले जीते हैं।
छठे दिन पर रेफरी करेगा फैसला
डब्ल्यूबीसी के लिए 23 जून को एक रिजर्व डे भी रखा गया है। इसका लाभ तब उठाया जायेगा जब पांच दिन में खेल के पूरे ओवर नहीं हो सकेंगे इसके बाद फैसला मैच रेफरी के हाथों में छोड़ा जायेगा। यदि मैच ड्रॉ या टाई होता है तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगी। बता दें, अब तक सिर्फ एक बार 2002 में भारत और श्रीलंका के बीच हुए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में संयुक्त विजेता देखने को मिला था।