इंडोनेशिया के सुदूरवर्ती मालुकु द्वीप में बृहस्पतिवार को आए 6.5 तीव्रता के भूकंप में मृतकों का आंकड़ा घटाकर 19 किया गया है। इससे पहले आपदा प्रबंधन एजेंसी ने मृतकों की संख्या 23 बतायी थी। गुरुवार को भूकंप आने पर घबराए लोग सड़कों पर उतर आए थे, इसी बीच इमारतें भी धराशाई हो रही थीं।
भूस्खलन की घटनाएं भी हुई, जिनकी चपेट में आने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। भूकंप प्रभावित एम्बोन शहर में मलबा गिरने से कई लोगों की मौत हो गई। मरनेवालों में एक नवजात बच्चा भी है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता एगस विबोवो ने एक बयान में बताया कि अधिकारियों को पता चला कि मृतकों की संख्या में दोहराव हो गया है जिसके बाद आंकड़े को घटाया गया।
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उन्होंने बताया, ‘‘ मृतक संख्या 19 है।’’ विबोवो ने बताया कि करीब 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए और कम से कम 15,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया क्योंकि भूकंप की वजह से इन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए। भूकंप के कारण सैकड़ों घर, कार्यालय, स्कूल और जन सुविधा स्थल क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने कई जिलों में आपात शिविर तथा सामुदायिक रसोईयों की व्यवस्था की है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वे ने बताया कि भूकंप का केंद्र मालुकु प्रांत के एम्बोन से 37 किलोमीटर पूर्वोत्तर में 29 किलोमीटर की गहराई में था। सुलावेसी के पालू में पिछले साल 7.5 तीव्रता का भूकंप आने और फिर उठी सुनामी से 4,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी या वे लापता हो गए थे।
रेडक्रॉस ने बताया कि 60,000 लोग अब तक अस्थायी आवासों में रह रहे हैं। सुमात्रा के तटीय हिस्से में 2004 में आए 9.1 तीव्रता के भूकंप और फिर उठी सुनामी की वजह से इस क्षेत्र में और आसपास करीब 220,000 लोग मारे गए थे। इनमें से 170,000 लोग इंडोनेशिया में मारे गए थे।