रियो दि जिनेरियो : निशानेबाज इलावेनिल वलारिवान ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में सभी को पछाड़ते हुए सीनियर विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक अपने नाम किया और इससे यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह तीसरी भारतीय बन गयीं। बीस साल की निशानेबाज का प्रदर्शन हालांकि भारत के लिये ओलंपिक कोटे में नहीं बदल सका क्योंकि अंजुम मुद्गिल और अपूर्वी चंदेला ने पहले ही देश को मिलने वाले दो स्थान पिछले साल की विश्व चैम्पियनशिप में हासिल कर लिये हैं।
अपूर्वी और अंजुम आईएसएसएफ राइफल/पिस्टल चरण की प्रतियोगिता में कोई पदक हासिल नहीं कर सकीं जो क्रमश: दुनिया की नंबर एक और दो निशानेबाज हैं। अंजुम फाइनल में 166.8 अंक से छठे स्थान पर रहीं जबकि अपूर्वी क्वालीफिकेशन पार नहीं कर सकीं और 11वें स्थान पर रहीं। सीनियर स्तर पर अपने पदार्पण वर्ष में 20 साल की इलावेनिल ने बुधवार को फाइनल में 251.7 अंक का स्कोर जुटाया जिससे उन्होंने ब्रिटेन की सियोनाद मैकिन्तोश को पछाड़ दिया जिन्होंने 250.6 अंक से रजत पदक जीता।
चीनी ताइपे की यिंग शिन लिन ने कांस्य पदक जीतने के अलावा तोक्यो 2020 ओलंपिक के दो कोटा स्थान में से एक हासिल किया। दूसरा कोटा ईरान ने हासिल किया। भारत पहले ही इस स्पर्धा में कोटा सुनिश्चित कर चुका है। अंजलि भागवत और अपूर्वी चंदेला इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की दो अन्य निशानेबाज हैं। भारत ने इस साल महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में चार विश्व कप स्वर्ण पदकों में तीन अपने नाम किये हैं।
इलावेनिल एशियाई चैम्पियन के अलावा जूनियर विश्व कप की स्वर्ण पदकधारी हैं और ओलंपिक कांस्य पदकधारी गगन नारंग के युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिये की गयी शुरूआत ‘प्रोजेक्ट लीप’ के लिये चुनी गयी थी। गुजरात की इलावेनिल ने क्वालीफिकेशन में अपनी सीनियर अंजुम को पछाड़ दिया था। उन्होंने 629.4 अंक जुटाये जबकि अंजुम ने 629.1 अंक बनाये थे जिससे दोनों क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं।