26/11 मुंबई आतंकी हमले की 9वीं बरसी पर भारत ने आतंकवादियों के खात्मे को लेकर बड़ा संदेश दिया है। अरुण जेटली ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा करने पर पाकिस्तान की कड़ी निंदा की है। और भारतीय जवानों की होंसलाअफजाई करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उनके निशाने पर लश्कर का कमांडर है।
उन्होंने कहा कि हाफिज सईद को रिहा करना पाकिस्तान के दोहरे रुख को जाहिर करता है। जेटली ने इशारे ही इशारे में यह भी साफ किया कि आतंकियों के मंसूबे कभी पूरे नहीं हो सकेंगे। वह बोले कि घाटी में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी रहेगा। अरुण जेटली ने कहा कि पिछले 8 महीनों से जो भी लश्कर का कमांडर बन रहा है, वह ज्यादा दिनों तक नहीं बच रहा है। इससे उन्होंने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकेत दिया।
दरअसल, जेटली का यह बयान पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा किए जाने के बाद आया है।
आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने आज (26 नवंबर) को ‘मन की बात, चाय के साथ’ का आयोजन किया। गुजरात के अलग-अलग कोनों में इसका आयोजन किया गया और भाजपा के सीनियर मंत्रियों ने इन कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। ऐसा ही एक कार्यक्रम सूरत में हुआ जहां वित्त मंत्री अरुण जेटली गए थे। मन की बात खत्म होने के बाद जेटली ने लोगों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर हमला बोला।
साथ ही अरूण जेटली ने इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में आतंकियों के हौसले पस्त हो गए हैं।
वही ,व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि आतंकी हाफिज का इस तरह से छूट जाना इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान आतंकी के खिलाफ मुकदमा चलाने में विफल रहा है, जिसका फायदा सीधे तौर पर आंतकी को मिला और वो एक बार फिर बरी हो गया।
बयान में कहा गया है कि जिस तरह से आतंकी को पाकिस्तान की अदालत से रिहाई दी गई है। उससे अपनी धरती को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह नहीं बनने देने और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बात करने वाले पाक की मंशा पर शक होने लगा है।
अमेरिका ने कहा कह जब तक पाकिस्तान हाफिज सईद को जल्द से जल्द कानूनी प्रक्रिया के तहत बंदी नहीं बनाता और उसके अपराधों पर अंकुश नहीं लगाता तब तक दोनों देशों की रिश्तों को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। अमेरिका ने पाकिस्तान को आगाह किया कि उसकी यह हरकत वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।