केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे प्रदर्शनकारी किसानों ने ऐलान किया है कि मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को रास्ता देने के लिए सिंघु बॉर्डर पर राजमार्ग के एक हिस्से को खोला जाएगा। हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ शाम को हुई मुलाकात के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने यह निर्णय लिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल ने एक बयान में कहा कि बैठक में ऑक्सीजन लाने वाले वाहनों, एम्बुलेंस और ऐसे अन्य आपातकालीन वाहनों को रास्ता देने के लिए सिंघु बॉर्डर पर राजमार्ग के एक तरफ की सड़क पर लगे बैरिकेड को हटाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान कोविड-19 महामारी से निपटने में हरसंभव सहायता करेंगे।
बता दें कि तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते साल 26 नवंबर से हजारों लाखों की तादाद में किसान राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। किसानों ने केंद्र सरकार से जल्द उनकी मांगें मानने की अपील की है। वहीं सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कानून वापस नहीं होगा, लेकिन संशोधन संभव है।