मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार मध्याह्न भोजन योजना के तहत अपने छात्रों को छह महीने तक सूखा राशन देगी। वहीं ब्रिटेन से आए 6 लोगों के कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित मिलने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब तक कोरोना की तीन लहर आ चुकी हैं। हम किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार हैं।
बता दें कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्कूलों के मार्च से बंद होने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। मंडावली इलाके के एक सरकारी स्कूल में सूखा राशन बांटने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा, ‘‘ जब स्कूल बंद थे, तो हमने मध्याह्न भोजन योजना के लिए अभिभावकों को पैसे भेजने का फैसला किया था, लेकिन अब हमने छात्रों को छह महीने तक सूखा राशन देने का निर्णय किया है।’’
देश में कोविड-19 के मद्देनजर मार्च से स्कूल बंद है। 15 अक्टूबर को कुछ राज्यों में आंशिक रूप से स्कूल खोले गए थे। दिल्ली सरकार ने हालांकि कहा है कि कोरोना वायरस का टीका आने तक राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल नहीं खुलेंगे। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि बेंगलूरु, हैदराबाद और पुणे में यूनाइटेड किंगडम (यूके) से लौटे 6 यात्रियों में कोविड-19 के नए वैरिएंट के जीनोम पाए गए हैं। सरकार ने कहा कि इन सभी यात्रियों को अलग-एलग जगह एक कमरे में आइसोलेट कर दिया गया है।
ब्रिटिश सरकार ने हाल ही में घोषणा की थी कि नया वायरस स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है। इसके बाद भारत ने 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी। इस दौरान (25 नवंबर से 23 दिसंबर की मध्यरात्रि तक) लगभग 33,000 यात्री ब्रिटेन से भारत में अलग-अलग हवाईअड्डों पर पहुंचे। इन सभी यात्रियों का आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया। अब तक केवल 114 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं। इकट्ठा किए गए इन नमूनों को 10 अलग-अलग लैब में भेजा गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, यूके से लौटे 6 यात्रियों के नमूने नए वेरिएंट जीनोम के साथ मेल खाते हैं। इसका तीन बेंगलुरु के निमहंस में, दो हैदराबाद के सीसीएमबी में और एक पुणे के एनआईवी में परीक्षण किया गया। इन सभी यात्रियों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन किया गया है।