मुंबई : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को भरोसा जताया कि दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने फिर से खर्च करना शुरू कर दिया है। इससे पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर के आंकड़े बेहतर होंगे।
दास ने पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि की दर कम होकर छह साल के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर आ जाने के लिये सरकार के बेहद कम खर्च को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने फिर से खजाना खोल दिया है, इससे आने वाले समय में वृद्धि तेज होगी। दास ने कॉरपोरेट कर की दरें कम करने की सरकार की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा कदम है और इससे सभी क्षेत्रों को लाभ होगा।
सरकार ने शुक्रवार को बड़ी राहत देते हुए कॉरपोरेट कर की प्रभावी दरें करीब 10 प्रतिशत घटाकर 25.17 प्रतिशत कर दी। दास ने आंकड़ों के सकारात्मक रहने की स्थिति में रेपो दर में अभी और कटौती की संभावना पर भी जोर दिया। हालांकि उन्होंने सरकार को राजकोषीय विस्तार शुरू करने को लेकर सजग किया। उन्होंने तत्काल संरचनात्मक सुधारों की भी अपील की। भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि जब ग्रोथ रेट के गिरने की बात आती है तो इसे वापस पटरी पर लाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होता है।
सरकार को, बाजार को, बैंक को, इंडस्ट्री को मिलकर इसे आगे बढ़ाना होता है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि पूरी दुनिया में ग्रोथ रेट कम हैं। उन्होंने कहा कि वे देश के ग्रोथ रेट का बचाव नहीं कर रहा हूं लेकिन सच्चाई यही है कि पूरी दुनिया में ग्रोथ रेट कमजोर हैं। भारत में भी चिंता का विषय है लेकिन आरबीआई की टीम लगातार इसे सुधारने के लिए प्रयास कर रही है।
हमारी टीम ने ग्रोथ रेट कम होने के कारणों को खोज लिया है। अब हम ऐसे कदम उठा रहे हैं कि इससे देश को फायदा हो। पूरी दुनिया के सेंट्रल बैंक इंटरेस्ट रेट कम कर रहे हैं। इसलिए हमारे देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आरबीआई ने भी इंट्रेस्ट रेट कम किया है। लेकिन हम इस मामले में दुनिया के बाकी देशों के सेंट्रल बैंकों से आगे हैं। हमने उन सभी से पहले ही इंट्रेस्ट रेट कम कर दिया था।