फतेहाबाद : स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी अस्पताल पर सोमवार देर शाम मारे गए छापे में मिली नशीली दवाओं की शिकायत पुलिस को कर दी है। पुलिस ने इस संबंध में डीडीआर दर्ज करके एडीए से ओपनियन मांगा है। ज्ञात रहे कि डा. जिम्मी जिंदल शहर की एक युवती से रेप के मामले में फंसे हुए हैं और यह केस सैशन कोर्ट में विचाराधीन है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डा. गिरीश कुमार, डा. हनुमान व औषधि निरीक्षक राजेश छोक्कर के नेतृत्व में टीम ने सोमवार को बस स्टैंड के पास स्थित डा. जिम्मी जिंदल अस्पताल में छापा मार कार्रवाई की थी।
डॉ. हनुमान ने बताया कि इस दौरान मौके से 12 प्रकार की 15940 नशीली दवाएं मिली थी। इन दवाओं का प्रयोग केवल नशामुक्ति केन्द्र में किया जा सकता है, लेकिन डा. जिम्मी जिंदल के पास नशामुक्ति केन्द्र की कोई परमिशन नहीं थी। डा. जिम्मी जिंदल मनोरोग चिकित्सक है और वह इसकी आड़ में मरीजों को नशे की दवाएं दे रहा था। चिकित्सकों के अनुसार, डा. जिम्मी जिंदल के खिलाफ हरियाणा डी-एडीशन रूल 2010 के तहत कार्रवाई की जा रही है। वहीं डिप्टी सीएमओ डा. गिरीश ने शहर पुलिस को इसकी शिकायत की है। सिटी एसएचओ सुरेन्द्र कंबोज ने बताया कि शिकायत के आधार पर थाने में डीडीआर अंकित कर ली गई है। फिलहाल इस मामले में एडीए से ओपिनियन मांगा गया है।
चूंकि डा. जिम्मी जिंदल मनोरोग विशेषज्ञ है, इसलिए एडीए से सलाह ली जा रही है कि वह कितनी मात्रा में नशे की दवा अपने अस्पताल में रख सकता है। उल्लेखनीय है कि डा. जिम्मी जिंदल का विवादों से हमेशा नाता रहा है। मरीजों से बहस करने के अलावा उनके के खिलाफ रेप का केस भी दर्ज है। शहर की एक युवती के साथ कथित किए गए रेप से गुस्साए शहर के लोगों ने डा. जिम्मी जिंदल का जुलूस निकाला था। रेप का यह मामला स्थानीय कोर्ट में अभी भी विचाराधीन है।
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– सुनील सचदेवा