केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर नमन करते हुए कहा कि वह विचारों और सिद्धांतों की अद्वितीय प्रतिमूर्ति थी। शाह ने राजमाता सिधिंया को नमन करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘ राजमाता सिंधिया जी ने अपने त्याग और राष्ट्रभक्ति से देश की राजनीति को नयी दिशा प्रदान की। राष्ट्र एवं विचारधारा के प्रति उनका समर्पण वंदनीय था। आपातकाल के समय लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्होंने अत्याचारी शासन की घोर यातनाएँ सही। विचारों और सिद्धांतों की अद्वितीय प्रतिमूर्ति को नमन।’’
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी आज राजमाता सिंधिया के शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में 100 रुपये का विशेष सिक्का जारी करेंगे। राजमाता सिंधिया की आज 101 वीं जयंती है। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1919 को मध्यप्रदेश के सागर में हुआ था। राजमाता विजया राजे सिंधिया (मूल नाम लेखा देवीश्वरी देवी) ग्वालियर की राजमाता के रूप में लोकप्रिय थी। वह एक प्रमुख भारतीय राजशाही व्यक्तित्व के साथ-साथ एक राजनीतिक व्यक्तित्व की भी थी।