भोपाल:मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने आज सरकार को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों के पत्रों के जवाब में कोताही बरतने की शिकायतों के मामले में सरकार संबंधित जिला प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करे। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने कहा कि उन्होंने एक सामुदायिक मंगल भवन के मामले में कलेक्टर को कई बार पत्र लिखे, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस बारे में सवाल लगने के बाद सात नवंबर को उन्हें प्रशासन की ओर से एक संक्षिप्त जवाब मिला, जिसमें कहा गया कि उनके पूर्व लिखित सभी पत्रों का परीक्षण किया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा कि शासन की ओर से जनप्रतिनिधियों के पत्रों के जवाब के संबंध में स्पष्ट निर्देश हैं और पत्रों के जवाब दिए जाते हैं।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विधायक ने अधिकारियों पर सरकार को गुमराह करने का आरोप लगाया, जिसके बाद अध्यक्ष डॉ शर्मा ने सरकार को निर्देश दिए कि पत्रों के उत्तर नहीं मिलने की शिकायतें सामान्य हैं और ऐसी शिकायतों पर सरकार संबंधित जिला प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करे।
वहीं अपने एक अन्य निर्देश में अध्यक्ष डॉ शर्मा ने सरकार से कहा कि शून्यकाल की सूचनाओं के संबंधित विधायकों को जल्द से जल्द उत्तर देना भी सुनिश्चित किया जाए। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि शून्यकाल की सूचनाओं के उत्तर की प्रतिलिपि संबंधित सदस्य को देने का नियम है। उन्होंने दावा किया कि किसी भी सदस्य को पिछले सत्र की सूचनाओं के उत्तर अब तक नहीं मिले हैं। इस पर अध्यक्ष डॉ शर्मा ने सरकार को निर्देश दिए कि सरकार नियमों का पालन सुनिश्चित करे और इन सूचनाओं के उत्तर सभी को जल्द से जल्द दिए जाएं।