कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कोरोना वायरस को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। आरोप लगाया कि सरकार कोरोना वायरस के संकट के समय लोगों और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र की इकाइयों को नकद सहयोग नहीं देकर अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार का यह रुख ‘नोटबंदी 2.0’ है।
Govt is actively destroying our economy by refusing to give cash support to people and MSMEs.
This is Demon 2.0.https://t.co/mWs1e0g3up
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 6, 2020
राहुल ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘‘सरकार लोगों और एमएसएमई को नकद सहयोग देने से इनकार करके हमारी अर्थव्यवस्था को सक्रियता के साथ नष्ट कर रही है। यह नोबंदी 2.0 है।’’ बता दें कि राहुल गांधी और कांग्रेस पिछले कई हफ्तों से सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि गरीबों, मजदूरों और एमएसएमई की वित्तीय मदद की जाए। उनका कहना है कि लोगों को खातों में अगले छह महीनों के लिए 7500 रुपये महीने भेजे जाएं और तत्काल 10 हजार रुपये दिए जाएं।
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गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कई यूरोपीय देशों में कोविड-19 का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने और उसे हटाने के बाद कोरोना वायरस के मामले में कमी आने का हवाला देते हुए भारत में लॉकडाउन को विफल करार दिया था।
उन्होंने कहा ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन और इटली में लॉकडाउन लगाने और उसे हटाने के बाद कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी हुई है. लेकिन भारत में संक्रमण में लगातार बढ़ोतरी होने से संबंधित ग्राफ ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने कहा, ‘‘एक विफल लॉकडाउन ऐसा दिखता है।’’