रायपुर : छत्तीसगढ़ के चुनावी मिशन में राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय नेताओं का सहारा है। प्रदेश में दिग्गजों के लगातार दौरे हो रहे हैं। सत्ताधारी दल भाजपा ने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुलाकर माहौल बनाने की कोशिशें की। वहीं कांग्रेस ने राहुल गांधी के धुआंधार कार्यक्रम और रोड शो के जरिए माहौल बनाया। प्रदेश में दोनों ही दलों का फोकस बस्तर पर ही अधिक नजर आ रहा है। यही वजह है कि इस बार राष्ट्रीय नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के दौरे के काट की तौर पर कांग्रेस राहुल को उतार रही है।
पीएम के दो दौरे के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का दूसरा दौरा भी आगामी होने के संकेत हैं। आगामी 20 अगस्त को राहुल का बस्तर दौरा प्रस्तावित है। दरअसल, प्रदेश में पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने बस्तर जाकर आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया था। इसके बाद वे दूसरी बार फिर छत्तीसगढ़ के दौरे में पहुंचे थे। यहां भिलाई में उन्होंने रोड शो भी किया। पीएम के पहले दौरे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ताबड़तोड़ कार्यक्रम तय हुए। वहीं राहुल ने दो दिन छत्तीसगढ़ में रहकर राज्य के सभी संभागों में धुआंधार जनसभाएं की।
इस दौरान उन्होंने आदिवासी सम्मेलन के जरिए जंगल सत्याग्रह के साथ पार्टी के पंचायत एवं नगरीय निकाय प्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों से चर्चा की थी। वहीं सरगुजा अंचल में किसान सम्मेलन में शामिल हुए। इसके अलावा दो संभागों में पार्टी के कार्यक्रमों के साथ मेगा रोड शो भी किया। हालांकि राहुल पहले कई बार बस्तर के दौरे पर आ चुके हैं। इसके बावजूद इस बार चुनावी मोड में आने के बाद उनके इस दौरे को अहम माना जा रहा है। राहुल का दौरा कई मायनों में अहम होगा। बस्तर में कांग्रेस के चुनावी मिशन के साथ कैडर का भी वे जायजा लेंगे। वहीं निचले स्तर पर बूथ कार्यकर्ताओं से भी रूबरू होंगे। सियासी गलियारों में इसे मोदी के जवाब में राहुल के दांव से जोड़कर देखा जा रहा है।