भाजपा की जम्मू कश्मीर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने छह अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने संबंधी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए रविवार को कहा कि वह राज्य के बाहर ‘‘उन्हें गिरफ्तार और जेल भेजना’’ पसंद करेंगे। अलगाववादी नेताओं मीरवाइज उमर फारुक, अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी, फजल हक कुरैशी और शब्बीर शाह की सुरक्षा रविवार को वापस ले ली गई। पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
राज्य भाजपा प्रमुख रैना ने कहा, ‘‘हुर्रियत के लोग कश्मीरी लोगों के असली दुश्मन है और वे घाटी को बर्बाद करने वाले लोग हैं। उनकी सुरक्षा वापस लिया जाना स्वागत योग्य कदम है और मैं चाहूंगा कि उन्हें गिरफ्तार किया जाये और दिल्ली की तिहाड़ तथा राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद किया जाये।’’
हुर्रियत नेताओं को ‘‘गुनाहगार’’ बताते हुए रैना ने आरोप लगाया कि वे पुलवामा में जवानों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार है। रैना ने कहा, ‘‘यदि आज कश्मीर आतंकवाद का सामना कर रहा है तो वह केवल (सैयद अली शाह) गिलानी, मीरवाइज (उमर फारूक), शब्बीर शाह और यासीन मलिक के कारण है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि उनके (अलगाववादियों के) बच्चे लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं और यूरोप में मजे कर रहे हैं तथा उनकी दुबई में संपत्तियां है लेकिन वे कश्मीरी बच्चों को पथराव और निर्दोष लोगों की हत्याओं के लिए उकसा रहे हैं।