जम्मू कश्मीर में आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं और इस बीच राष्ट्रिय जांच एजेंसी ने इसपर कड़ी कार्यवाई करते हुए छापेमारी शुरू कर दी है। जहां श्रीनगर में कई ठिकानों पर स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने छापे मारे हैं। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी आतंकी फंडिंग केस में जा रही है। एजेंसी को खुफिया इनपुट मिले थे, जिसके बाद अधिकारियों ने गुरुवार सुबह छापेमारी शुरू की।
जमात-ए-इस्लामी से भी जुड़ी कई प्रॉपर्टी को किया गया अटैच
सुत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने ऐसी दर्जनों प्रॉपर्टी को अटैच किया है, जिसे या तो टेरर फंडिंग से बनाया गया है और यां वहां किसी न किसी तरह की आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था। इनमें आतंकी संगठनों से संबंधित कई प्रॉपर्टी हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी से भी जुड़ी कई प्रॉपर्टी को अटैच किया है।
आतंकी इकोसिस्टम को खत्म करने की कोशिश
बताया जाता है कि पिछले छह महीने की अवधि में जांच एजेंसी ने आतंकी संगठन की कई प्रॉपर्टी को सील किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्रवाई आतंकियों पर नकेल कसने के लिए किया जा रहा है। आतंकियों के इकोसिस्टम को तबाह करने के इरादे से जांच एजेंसी ने कार्रवाई शुरू की है। एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में एसआईए के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि जांच एजेंसी ने मिलिटेंसी को लेकर एफआईआर दर्ज की थी, इसी सिलसिले में छापेमारी की जा रही है।
SIA ने छापेमारी में किए 29 लाख जब्त
गौरतलब है कि, टेरर फंडिंग केस में जांच एजेंसी की यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले दिसंबर महीने में कश्मीर घाटी में छापेमारी के दौरान एजेंसी ने 29 लाख रुपए जब्त किए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल एनआईए कोर्ट द्वारा जारी वारंट के बाद किया गया था। एसआईए ने तब कुपवाड़ा, बांदिपोरा, श्रीनगर और बडगाम में छापेमारी की थी। यह मामला पाकिस्तानी मूल के आतंकी संगठन अल-बद्र से जुड़ा था, जहां कश्मीर मूल के आतंकी संगठन और ओवरग्राउंड वर्कर्स टेरर एक्ट के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे।