केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश के जारी रहने और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करने के बाद, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भूस्खलन और बाढ़ जैसी मानसून संबंधी समस्याओं से निपटने के वास्ते राज्य को तैयार रहने के लिए कई निर्देश जारी किए।
मुख्यमंत्री ने मानसून से निपटने के जारी किए निर्देश
मुख्यमंत्री ने आज हुई बैठक में स्थानीय निकायों को आपदा जोखिम वाले क्षेत्रों की सूची तैयार करने और इसे हरेक जिले में ग्राम अधिकारियों, पुलिस, अग्निशमन सेवाओं और आपदा प्रबंधन अधिकारियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
विजयन ने निर्देश दिए कि सभी स्थानीय निकायों में 24 घंटे मानसून नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएं और नियंत्रण कक्षों के फोन नंबर जनता को आसानी से उपलब्ध होने चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि 22 मई से 29 मई तक स्थानीय निकायों द्वारा जनभागीदारी से मानसून पूर्व सफाई अभियान पूरा किया जाए।
चार जिलों के लिए रेड अलर्ट
आईएमडी ने दोपहर में कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड के लिए रेड अलर्ट जारी किया था।
सुबह में, आईएमडी ने चार जिलों के साथ-साथ त्रिशूर, पलक्कड़ और मलप्पुरम सहित सात जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था।
त्रिशूर, पलक्कड़ और मलप्पुरम के लिए जारी ऑरेंज प्रभावी रहेगा। आईएमडी ने कन्नूर और कासरगोड के लिए बृहस्पतिवार के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अगले पांच दिनों में राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है।
केंद्रीय मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए राज्य में भारी और बहुत भारी बारिश और उसके बाद के दो दिनों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
बारिश के चलते राज्य के कुछ हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त
केरल में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के चलते राज्य के कुछ हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इस महीने के अंत तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने की संभावना के बावजूद भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने जिला अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी और उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश जारी किए थे।
एनडीआरएफ ने केरल में पहले ही पांच दलों को तैनात कर दिया
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने केरल में पहले ही पांच दलों को तैनात कर दिया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने लोगों से बारिश कम होने तक नदियों और अन्य जलाशयों से दूर रहने को कहा है।
एसडीएमए ने लोगों से जब तक आपात स्थिति न हो तबतक पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा नहीं करने के लिए कहा है। साथ ही बारिश कम होने तक रात की यात्रा से बचने की भी सलाह दी है।
जिला प्रशासन ने भी लोगों को तटीय क्षेत्रों के पास न जाने की चेतावनी दी है।
आईएमडी ने पहले पूर्वानुमान जताया था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई तक राज्य में दस्तक दे सकता है। इस बार मानसून के सामान्य तारीख से पांच पहले आने के आसार हैं।