महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद से राज्य में शिंदे सरकार विकास की लहर को तेजी से उजागर कर रही हैं, गौरतलब उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फण्डवीस ने कहा कि ने पूर्व विधान पार्षद विनायक मेटे की मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर एक कार हादसे में मौत हो गई थी, इसी को लेकर उन्होने स्पष्ट किया कि यह भयावह हादसा वाहन चालक के गलत तरीके से चलाने की वजह से हुआ हैं। इस परिस्थिति को लेकर प्रशासन गंभीर हैं।
शिव संग्राम पार्टी के 52 वर्षीय नेता मेटे की हुई थी मृत्यु
फडणवीस ने राज्य विधानसभ में कहा कि महाराष्ट्र सरकार मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कृत्रिम बुद्धिमता पर आधारित यातायात प्रबंधन प्रणाली शुरू करने जा रही है, जिससे पुलिस को दुर्घटना के बाद उन्हें फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन तुरंत मिल जाएगी। शिव संग्राम पार्टी के 52 वर्षीय नेता मेटे की 14 अगस्त को रायगढ़ जिले में मडप सुरंग के समीप एक्सप्रेसवे पर उस समय मौत हो गयी थी जब मुंबई की तरफ जा रही उनकी कार ने एक ट्रक को टक्कर मार दी थी। वह अपने गृह जिले बीड से मुंबई में मराठा कोटा के संबंध में राज्य सरकार द्वारा बुलायी एक बैठक में शामिल होने जा रहे थे।
मेटे की मृत्यु को लेकर बोले राज्य के गृह मंत्री
फडणवीस ने सोमवार को हादसे में मेटे की मौत पर कांग्रेस विधायक वर्षा गायकवाड़ द्वारा पेश किए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘‘चालक ने लेन बदल ली और बायीं ओर से लेन के बीच में ही एक अन्य भारी वाहन से आगे निकलने की कोशिश की। बायीं लेन में पहले ही एक और भारी वाहन चल रहा था तथा उससे आगे निकलने की कोई जगह नहीं थी। यह चालक का पूरी तरह से गलत निर्णय था।’’ राज्य के गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मेटे कार में पीछे की सीट पर बैठे थे और हादसे का असर उस ओर ही पड़ा। चालक की तरफ इसका असर नहीं पड़ा और न ही उस तरफ से वाहन को नुकसान पहुंचा।’’ उन्होंने कहा कि किसी हादसे के बाद लोग अपने मोबाइल फोन से मदद के लिए फोन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कृत्रिम बुद्धिमता आधारित यातायात प्रबंधन प्रणाली ला रही है। इस प्रणाली से पुलिसकर्मियों को फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन तुरंत मिल जाएगी।’’ फडणवीस ने कहा कि इस प्रणाली से एक्सप्रेसवे पर यातायात की निगरानी करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब मेटे के चालक ने पुलिस को फोन किया था तो उसने बस केवल यह कहा था कि वह एक सुरंग के बाहर है। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चालक पुलिस को यह तक नहीं बता पाया कि वह किस सुरंग के बारे में बात कर रहा है। नवी मुंबई पुलिस ने दो सुरंगों के पास उसका पता लगाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। आखिरकार मेटे की दुर्घटनाग्रस्त कार का तीसरी सुरंग के बाहर पता लगाया गया, जो रायगढ़ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आती है।’’