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विपक्ष ने गुजरात सरकार पर साधा निशाना, दो मंत्रियों से विभाग वापस लेने के पीछे के कारणों को सावर्जनिक करे

गुजरात में विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को राज्य सरकार से मांग की कि वह उन कारणों को सार्वजनिक करे जिनकी वजह से दो कैबिनेट मंत्रियों से उनके अहम विभागों को वापस लिया गया।

गुजरात में विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को राज्य सरकार से मांग की कि वह उन कारणों को सार्वजनिक करे जिनकी वजह से दो कैबिनेट मंत्रियों से उनके अहम विभागों को वापस लिया गया।इस साल के अंत में गुजरात विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अचानक राज्यों के मंत्रियों राजेंद्र त्रिवेदी और पूर्णेश मोदी से क्रमश: राजस्व और सड़क व भवन निर्माण विभागों को वापस ले लिया।
मनीष दोशी ने संवाददाताओं से कहा
भूपेंद्र पटेल सरकार में कुल 10 कैबिनेट मंत्री हैं जिनमें त्रिवेदी और मोदी भी शामिल हैं।त्रिवेदी के पास अब आपदा प्रबंधन, विधि एवं न्याय, विधायी और संसदीय मामलों का विभाग है जबकि मोदी परिवहन, नागरिक उड्डयन, पर्यटन और तीर्थ यात्रा विकास विभाग का कामकाज देखना जारी रखेंगे।कांग्रेस की गुजरात इकाई के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘त्रिवेदी और मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्री हैं और इसलिए गुजरात की जनता को यह जानने का पूरा हक है कि ऐसा क्या हुआ जिससे मुख्यमंत्री को उन्हें अचानक अहम विभागों से हटाना पड़ा।’’
वरिष्ठ मंत्रियों से विभागों को वापस लेना 
आप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव इंद्रनील राजगुरु ने कहा कि दो वरिष्ठ मंत्रियों से विभागों को वापस लेना भाजपा का ‘‘ निजी मामला’’ नहीं है और इससे वृहद तौर पर जनहित प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए सरकार को बताना चाहिए कि इस फैसले के पीछे वास्तविक कारण क्या है।राजगुरु ने कहा, ‘‘गुजरात की जनता की ओर से मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि क्यों इन मंत्रियों को उन विभागों से हटाया गया? क्या यह भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख सी आर पाटिल और मुख्यमंत्री के बीच मतभेद की वजह से हुआ? क्या गुजरात सरकार दिल्ली से चल रही है? जनता को यह जानने का पूरा हक है।’’
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मोदी को दो विभागों से हटाने के फैसले 
दोशी ने कहा कि अगर सरकार पाक साफ है तो उसे त्रिवेदी और मोदी को दो विभागों से हटाने के फैसले के कारणों को छिपाना नहीं चाहिए।उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा गुजरात की सत्ता में भ्रष्टाचार हटाने के वादे के साथ आई थी, लेकिन उसने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना जारी रखा। बहुत समय नहीं बीता है, जब पार्टी ने पूरे राज्य मंत्रिमंडल को बदल दिया लेकिन भ्रष्टाचार की प्रक्रिया जारी है।’’उन्होंने दावा किया, ‘‘दो मंत्रियों को बदलने से राज्य में भ्रष्टाचार नहीं रुकेगा। यहां तक कि पूरा मंत्रिमंडल बदलने से लूट की प्रवृत्ति में बदलाव नहीं आएगा।’’
वरिष्ठ भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार के सबूत मिल गए 
दोशी ने कहा कि अगर सरकार की मंशा साफ है तो उसे बताना चाहिए कि त्रिवेदी और मोदी कहां असफल हुए हैं।राजगुरु ने दावा किया कि राज्य सरकार के इस कदम से प्रशासन प्रभावित होगा। उन्होंने दावा किया कि दोनों मंत्रियों को या तो जनहित में फैसले लेने के लिए या भ्रष्टाचार की वजह से हटाया गया।दोशी ने दावा किया कि राजस्व विभाग जिसे त्रिवेदी संभाल रहे थे,‘‘ भ्रष्टाचार का केंद्र’’है और मंत्री को वरिष्ठ भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार के सबूत मिल गए थे जिसकी वजह से उन्हें हटाया गया।कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी को इसलिए हटाया गया क्योंकि उन्होंने निर्माण ठेका अपने करीबी लोगों को दिये और जिन लोगों को देने के लिए कहा गया था, उन्हें नहीं दिये।इस बीच, मंत्रियों को इन दो विभागों से हटाने के बाद मुख्यमंत्री पटेल ने नयी व्यवस्था के तहत इन विभागों को अपने पास रखा है जबकि गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी को राजस्व विभाग के राज्यमंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

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