महादेव के भक्तों के लिए आज से बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। 6 बजकर 25 मिनट के शुभ मुहर्त पर हर-हर महादेव और जय श्री केदार के उद्घोष के साथ मंदिर के द्वार खुले। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्नी गीता धामी के साथ केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मैं बाबा केदार से प्रार्थना करता हूं कि यह यात्रा सफल रहे और सभी यात्री स्वस्थ्य व सुरक्षित रहें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पर्यटन धर्मस्व संस्कति मंत्री सतपाल महाराज ने भी केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि केदारनाथ भगवान की कृपा जनमानस पर बनी रहे।
15 क्विंटल फूलों से सजा केदारनाथ मंदिर का द्वार
कपाट खुलने के इस शुभ अवसर पर केदारनाथ मंदिर को भव्य रूप से 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया। भारतीय सेना की मराठा रेजीमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ देश-विदेश से आए 10 हजार से अधिक श्रद्धालुजन कपाट खुलने के पावन पल के साक्षी बने।
बता दें कि आज सुबह पांच बजे से मंदिर के गर्भगृह के द्वार का पूजन शुरू हुआ, केदारनाथ धाम के रक्षक क्षेत्रपाल भकुंट भैरव के आव्हान के साथ ठीक 6 बजकर 25 मिनट पर धाम के मुख्य द्वार के कपाट खोल दिए गए। कपाट खुलते ही केदारनाथ भगवान के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से जागृत किया गया। कुछ ही पल बाद बाबा के निर्वाण दर्शन हुए। इसके बाद बाबा के श्रृंगार दर्शन शुरू हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहला रूद्राभिषेक किया गया।
चारों धामों में तय हुई श्रद्धालुओं की संख्या
उत्तराखंड शासन द्वारा इस बार बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में क्षमता के अनुसार प्रतिदिन दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है। 45 दिनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की गई है।केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 12 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। वहीं बदरीनाथ में प्रतिदिन 15 हजार, गंगोत्री में सात हजार, यमुनोत्री धाम में एक दिन में चार हजार श्रद्धालुओं को दर्शन कर सकेंगे।।