देहरादून : उत्तराखंड के खिलाड़ियों की तकदीर और तस्वीर को बदलने के लिए भले ही खेल मंत्री अरविंद पांडे कितने ही बड़े सपने दिखा दें, लेकिन धरातल पर हालात कुछ और ही बयां करते हैं। इसकी एक बानगी राज्य के दूसरे खेल महाकुंभ के शुभारंभ के दौरान भी देखने को मिली, जहां सूबे के मुखिया सीएम त्रिवेंद्र रावत और खेल मंत्री अरविंद पांडे खुद मौजूद थे।
दूसरे खेल महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए पहाड़ी जिलों के खिलाड़ियों के साथ मैदानी जिलों के खिलाड़ियों के पास भी स्पोर्ट किट तक नहीं थी। इतने बड़े आयोजन में किट का अभाव साफ तौर तब नजर आया, जब मार्च पास्ट के दौरान परेड करते हुए बच्चे अलग-अलग बदरंग पोशकों में नजर आए। स्पोटर्स किट की मांग को लेकर कुछ बच्चे खेल मंत्री अरविंद पांडे का पास पहुंचे और उनकी घेराबंदी कर दी । खिलाड़ियों ने कई सवाल खेल मंत्री पर दाग दिए और कहा कि बताइये कब तक खेल किट मिल पाएगी।
इसी साल या फिर अगले साल, इसी कार्यक्रम में दोबारा बोलना पड़ेगा। इस सबके बावजूद किसी तरह से खेल मंत्री ने हालात को संभाला और खिलाड़ियों को आश्वसन देते हुए कहा कि इसी साल किट मुहैया करवा दी जाएगी। जब इस बारे में खेल मंत्री से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुछ जिलों के खिलाड़ियों को किट नहीं मिली है। वहीं जिला स्तर पर बजट का अभाव था।
जल्द ही सभी खिलाड़ियों को स्पोर्ट किट दे दी जाएगी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को महाराणा स्पोर्टस स्टेडियम में राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ को विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ 2018 के शुभारम्भ की घोषणा करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में खेलों के कोच को विशेष ट्रेनिंग देने के लिए विदेश कोच की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जा रही है। इस पहल से भविष्य में उत्तराखण्ड के उभरते हुए खिलाड़ियों व बच्चों को विभिन्न खेलों की अच्छी कोचिंग मिलेगी।
– सुनील तलवाड़