लुधियाना-फिरोजपुर : पंजाब के भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती जिला फिरोजपुर-फाजिलका सडक़ पर गहरी धुंध के कारण आज मंगलवार की सुबह बस यात्रियों के लिए अमंगलकारी साबित हुई। एफएफ रोड़ पर गांव लखो के बहराव के नजदीक गांव करिया में हुए इस हादसे के दौरान 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 4 लोगों ने अस्पताल जाते ही रास्ते में दम तोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक आज सुबह जीटी रोड़ पर पंजाब रोड़वेज फिरोजपुर की एक बस और ट्राले के मध्य टक्कर होने की सूचना मिलते ही थाना लखोके बहराम की पुलिस अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पंजाब रोड़वेज फिरोजपुर डिपो की बस पीबी 05एल 8223 फिरोजपुर से फाजिलका की तरफ जा रही थी कि सुबह सवा आठ बजे जब यह बस करिकलां के नजदीक पैट्रोल पंप के सामने एक अन्य वाहन को ओवरटेक करते हुए गुजर रही थी तो आमने-सामने आ रहे ट्राले पीबी 07 एएफ 4137 के मध्य भिडंत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों वाहनों की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ड्राइवर साइड सारी बस ट्राले के साथ टकराते ही तबाह हो गई और साइड पर लगे एक पेड़ से जा टकराई। हादसे में मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पंजाब में स्मॉग के कारण हुए हादसों में गत दिवस भी 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 घायल हो गए है।
मारे गए मृतकों की पहचान सुधीर ग्रोवर पुत्र श्री कश्मीरी चंद निवासी फिरोजपुर छावनी, बस ड्राइवर परमजीत पुत्र दर्शन सिंह, अर्जुन पुत्र जसवंत निवासी फिरोजपुर, भूप सिंह पुत्र राम सिंह निवासी संगरूर जबकि अन्य की पहचान जारी है। जख्मियों में मनप्रीत कौर पुत्री कश्मीरा सिंह, सुरिंद्र कुमार पुत्र राम प्रकाश, अमृतपाल सिंह पुत्र हरपाल सिंह, सुखविंद्र सिंह पुत्र कश्मीर सिंह के रूप में हुई है। उधर सिविल अस्पताल में मौजूद एस डी एम हरजीत सिंह ने बताया कि इस हादसे में चार लोगों की मौत हुई है जिसमे दोनो वाहनों के ड्राइवर शमिल है। उन्होंने ने बताया कि घायलो में से दो लोगो को फरीदकोट तथा एक को अमृतसर दाखिल कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक स्थानीय सिविल अस्प्ताल में एम्बूलेस की कमी चलते स्थानीय लोगों ने दुर्घटनास्थल से काफी मशक्कत उपरांत जख्मी लोगों को छोटे सब्जी वाले टैंपुओं में डालकर अस्पताल पहुंचाया।
राज्य में घनी स्मॉग के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर विजिविलिटी इतनी कम की पास की चीजें भी दिखाई नहीं दे रही। इसके कारण सडक़, हवाई व रेल यातायात बुरी प्रभावित हुआ है। सडक़ों हादसों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
– सुनीलराय कामरेड