विश्व के कई भागों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को लेकर सामने आने वाली दिक्क्तों के मद्देनजर सरकार 18 साल से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों को कोविड-रोधी टीके की बूस्टर खुराक की अनुमति दिए जाने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। वर्तमान में स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और 60 साल से अधिक आयु वाले लाभार्थियों को टीके की बूस्टर खुराक दी जा रही है।
सरकार इस वजह से ले रही फैसला
सूत्रों ने कहा, ”विश्व के कई भागों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को लेकर सामने आने वाली दिक्क्तों के मद्देनजर सरकार 18 साल से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों को कोविड-रोधी टीके की बूस्टर खुराक की अनुमति दिए जाने पर विचार कर रही है।” देश में गत 16 मार्च से 12-14 साल के आयुवर्ग के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया है। इससे पहले, भारत में टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को की गई थी।
कानपुर आईआईटी के दावे ने बढ़ाई चिंता
हालांकि टेंशन इस बात की है कि कानपुर आईआईटी ने अपनी स्टडी में भारत में 22 जून तक चौथी लहर शुरू होने का दावा किया है। अब तक देश में 180 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। गौरतलब है कि बीचे कुछ महीनों में भारत समेत दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं ने अच्छी रिकवरी की थी।
ऐसे में यदि कोरोना की नई लहर आती है तो फिर हेल्थ के साथ ही मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिलेगा और यह घातक स्थिति होगी। हालांकि माना जा रहा है कि अब आने वाली लहर पहले के मुकाबले कमजोर ही होगी। इसकी एक वजह बड़े पैमाने पर लोगों का टीकाकरण होना है।