उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हाथरस कांड की आड़ में सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। उनके इन आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कुर्सी जाने के डर से मुख्यमंत्री योगी विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं।
अखिलेश ने अपने बयान में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को विपक्ष से शिकायतें ही शिकायतें हैं। हर समय उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर सताता है। कभी उन्हें कोई साजिश दिखती है तो कभी विपक्ष के पास विज़न न होने की शिकायत होती है, जबकि सच्चाई इसके उलट है।”
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उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘साजिश रचने में बीजेपी की महारत में तनिक भी किसी को संदेह नहीं। अफवाहबाजी में उसका जवाब नहीं। रही बात ‘विजन’ की तो बीजेपी का ‘विजन’ साफ है, समाज को बांटना और नफरत फैलाकर सामाजिक सद्भाव को नष्ट करना।’’ गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हाथरस कांड की आड़ में सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है।
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री को इधर-उधर की बहानेबाजी छोड़कर बताना चाहिए कि उत्तर प्रदेश साढ़े तीन वर्षों में तबाही के रास्ते पर क्यों चला गया? उन्होंने कहा कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दोनों का ही चरित्र संदिग्ध है तथा इनकी कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर पाया जाता है।
अखिलेश ने कहा कि कहने को बड़े-बड़े वादे, मीठी-मीठी बातें, लेकिन हकीकत में झूठ और कुप्रचार ही दिखाई देता है। मुख्यमंत्री योगी न तो किसानों-नौजवानों का हित कर पाए हैं और न ही बहू-बेटियों की इज्जत बचा पाते हैं। हर तरह से असफल बीजेपी सरकार प्रदेश की जनता पर भार बन गई है।