गाजियाबाद के सनसनीखेज हत्या-आत्महत्या कांड में पुलिस ने कारोबारी गुलशन वासुदेव के साढ़ू को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने मीडिया से कहा, “वासुदेव के साढ़ू राकेश वर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है जबकि मामले में अन्य आरोपी उसकी मां फूला वर्मा फरार है।”
वासुदेव (45), उसकी पत्नी प्रवीण और प्रबंधक संजना ने इंदिरापुरम की कृष्णा अपरा सोसाइटी में अपने अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से मंगलवार तड़के कूद कर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि वासुदेव ने आत्महत्या करने से पहले मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे अपने बेटे ऋतिक(14) और बेटी ऋतिका (18) की गला काट कर हत्या कर दी थी। उसने साथ ही अपने पालतू खरगोश को भी मार डाला था।
पुलिस के मुताबिक, वासुदेव ने वर्मा के कहने पर प्रॉपर्टी से जुड़ी एक योजना में पैसा निवेश किया था जिसने अच्छे रिटर्न का वादा किया था लेकिन इसके उलट वर्मा ने वासुदेव को कर्ज में डाल दिया। सिंह ने बताया, “वर्मा ने प्रापर्टी में निवेश के नाम पर अच्छे रिटर्न की पेशकश कर कई लोगों को ठगा था। उसने वासुदेव को भी एक प्रॉपर्टी में 1.09 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए कहा था और उसे एवं उसके दोस्त चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण बख्शी को पांच साल पहले अपनी योजना में निवेश करने के लिए मनाया था।
“उसने मूल राशि पर अतिरिक्त पांच प्रतिशत ब्याज देने का भी वादा किया था।” वर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने वासुदेव को 98 लाख रुपये ब्याज के तौर पर लौटा दिए थे लेकिन बख्शी और वासुदेव बाकी का पैसा लौटाने को कह रहे थे जो ब्याज के साथ 1.39 करोड़ रुपये बनता था।
सिंह ने कहा कि वर्मा और उसकी मां ने फिर वासुदेव को ठगा और उसकी संपत्ति को 1.49 करोड़ रुपये में इमरान अली नाम के व्यक्ति को बेच दिया। जब वासुदेव ने पैसा लौटाने का दबाव बनाया तो वर्मा ने उसे ब्लैंक चेक दिए जो बाउंस हो गए। एसएसपी ने बताया कि साहिबाबाद थाने में वर्मा और उसकी मां के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406, 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी और उसे तथा उसकी मां को गिरफ्तार कर 2015 में जेल भेज दिया गया था।
वासुदेव के प्रबंधक के साथ विवाहेतर संबंधों के चलते यह कांड हुआ हो, इसकी संभावना से सिंह ने इनकार कर दिया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “संजना के भाई का दावा है कि उसने वासुदेव से शादी की हुई थी लेकिन इस दावे की पुष्टि के लिए उन्हें कोई दस्तावेज या सबूत नहीं मिला। साथ ही यह बात भी है कि अगर वह वासुदेव के साथ विवाहेतर संबंध में होती तो वह बालकनी से वासुदेव और उसकी पत्नी के साथ क्यों कूदती।”
मंगलवार को, सोसाइटी के गार्ड ने तीन लोगों को जमीन पर पड़े देखा और पुलिस को सूचित किया। पुलिस को घर में घुसने पर बच्चों के शव मिले।
पुलिस ने बताया कि वासुदेव, प्रवीण और संजना को पास के अस्पताल ले जाया गया था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। संजना पिछले छह वर्षों से दंपति के साथ रह रही थी। पुलिस को घर की दीवार पर एक संदेश भी लिखा मिला जिसमें राकेश वर्मा नाम के रिश्तेदार को उसे और उसके परिवार को अर्थिक संकट में डालने का आरोप लगाया गया है, जिसकी वजह से वे खुदकुशी करने के लिये बाध्य हुए।
पुलिस ने कहा कि संदेश में गुलशन ने कहा है कि सभी पांचों का अंतिम संस्कार एक ही जगह हो। संदेश में गुलशन के पिता और भाई का भी नंबर था। दीवार पर कुछ नोट भी चिपकाए गए मिले थे जो संभवत: अंतिम संस्कार के खर्च के लिये थे।