उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए जारी दूसरे चरण के मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर देहात में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। टीएमसी नेता की ओर से ‘हिंदू वोट बंटवारे’ को लेकर कही गई बात को आधार बनाकर प्रधानमंत्री मोदी जमकर बरसे। उन्होंने इस बात पर चुनाव आयोग से संज्ञान लेने को भी कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘TMC के एक नेता जो गोवा में पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं उनसे जब सवाल पूछा गया कि यहां आपकी पार्टी का कोई वजूद नहीं है तो आप यहां चुनाव लड़ने क्यों आए हो? उन्होंने कहा कि हमने तो उस पार्टी से इसलिए गठबंधन किया क्योंकि हम गोवा में हिन्दू वोटों को बांटना चाहते हैं। तो आप किसके वोट इकट्ठा करना चाहते हो? मैं गोवा के मतदाताओं को कहना चाहता हूं कि ये मौका इस प्रकार की राजनीति को दफना देने का है। उनके जवाब पर चुनाव आयोग और हिन्दुस्तान के मतदाताओं को गौर करना चाहिए।
पहले चरण की वोटिंग से साफ हुई चार बातें
यूपी में दूसरे चरण का जो ट्रेंड आया है, और पहले चरण की जो वोटिंग हुई है, उसने चार बातें बहुत साफ कर दी हैं।
पहला- बीजेपी की सरकार, योगी जी की सरकार फिर आ रही है, पूरे जोर-शोर से आ रही है। दूसरा- हर जाति के लोग, हर वर्ग के लोग बिना बंटे, गांव के लोग-शहर के लोग बिना बंटे, बिना किसी भ्रम में पड़े, एकजुट होकर अपने यूपी के तेज विकास के लिए वोट कर रहे हैं। तीसरा- हमारी माताओं-बहनों-बेटियों ने बीजेपी की जीत का झंडा खुद उठा लिया है। और चौथा- मेरी मुस्लिम बहनें, चुपचाप, बिना किसी शोर-शराबे के, मन बनाकर मोदी को आशीर्वाद देने के लिए घर से निकल रही हैं। हमारी मुस्लिम महिलाएं-बहनें-बेटियां जानती हैं कि जो सुख-दुख में काम आता है, वही अपना होता है।
फिर हारेंगे घोरपरिवारवादी
प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश के लोगों ने इन्हें 2014 में हराया, 2017 में हराया, 2019 में हराया और अब 2022 में भी ये घोरपरिवारवादी फिर से हारेंगे। उत्तर प्रदेश में इस बार रंगों वाली होली 10 दिन पहले ही मनाई जाएगी। हर बार ये लोग चुनाव में नया साथी लेकर आते हैं। नए साथी के कंधे के भरोसे चलने की कोशिश करते हैं। ये हर चुनाव में जिस साथी को लाते हैं, उसको भी धक्का मारकर निकाल देते हैं। जो साथी बदलते हैं, वो आपका साथ देंगे क्या?
यूपी के हर शहर में एक मोहल्ला, माफियागंज के नाम से……
पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों ने यूपी के सामर्थ्य के साथ इंसाफ नहीं किया। उन लोगों ने यूपी को लूटा, दिन रात लूटा और यहां के लोगों को अपराधियों-दंगाइयों-माफियाओं के हवाले कर दिया। इन लोगों का बस चलता तो कानपुर और कानपुर की तरह ही यूपी के हर शहर में एक मोहल्ला, माफियागंज के नाम से बसा देते। याद करिए, पहले किस तरह गरीब के, मध्यम वर्ग के, व्यापारी-कारोबारी के घरों पर, जमीनों पर अवैध कब्जा हो जाता था।