गोरखपुर : सात अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल्द ही ‘बड़ी खुशखबरी’ मिलने के अपने बयान पर सफाई देते हुए सोमवार को कहा कि उनका मतलब अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव से था और विवादित ढांचा मामले में सभी अदालत का निर्णय मानेंगे।
योगी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सफाई देते हुए कहा कि बड़ी खुशखबरी मिलने से उनका आशय अयोध्या में आयोजित होने जा रहे दीपोत्सव के कार्यक्रम से था। उन्होंने कहा कि ”राम मंदिर का सदियों पुराना विवाद अब खत्म होना चाहिये। अदालत इसके लिये लगातार सुनवाई कर रही है। अदालत के फैसले का हम सभी सम्मान करेंगे।”
योगी ने गत शनिवार को गोरखपुर में ही एक कार्यक्रम में मंदिर का नाम लिए बगैर कहा था कि इस मामले में बहुत जल्द ‘बड़ी खुशखबरी’ मिलने वाली है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी के इस बयान पर तंज करते हुए कहा था कि आखिर मुख्यमंत्री को कैसे पता कि अदालत क्या निर्णय देने वाली है।
योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के जमाने में अयोध्या की तमाम परम्पराएं खत्म हो गयी थीं। मगर अब अयोध्या में दूसरे देशों के लोग भी आकर रामलीला का मंचन करते हैं। कई देशों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी वहां भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस बार सरयू नदी के तट पर साढ़े पांच लाख से भी अधिक दीप जलाकर दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।’’