कपड़े खरीदने का शौक हर व्यक्ति का होता है। कहा जाए तो लड़कियों के पास तो कपड़ों की कभी कमी भी नहीं होती है फिर भी उन्हें कपड़ें खरीदना पसंद होता हैं। वहीं कई बार लड़कियां सिर्फ खुद को खुश करने के लिए ही कपड़े खरीद लेती हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने वाले है। जिसे कपड़े खरदीना का बिल्कुल भी शौक नहीं है। यहां तक की इस महिला ने अपने जन्मदिन के दिन भी नए कपडे़ नहीं खरीदे थे। शायद आप सोच रहे होंगे की ये महिला कंजूस है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है, वजह इसके बिल्कुल उलट हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड की रहने वाली जेन बार्टन पैकर ने बताया कि वह हमेशा कुछ भी नया खरीदने से पहले पुराने कपड़ों को अखिर तक पहनना पसंद करती हैं। वहीं, उन कपड़ों में अगर कोई खराबी आ गई तो उसे ठीक करती हैं। आलमारी में सजाकर रखती हैं ताकि सालों तक इन कपड़ों को पहन सके। वह कभी कपड़े फेंकती नहीं हैं। अगर किसी पार्टी में जाना है तो ज्यादातर समय वह कपड़े किराये पर लेती हैं। इसके चलते उन्होंने अपने बर्थडे पर भी फ़ैशन पॉप अप बाय रोटेशन से एक ड्रेस किराये पर ली थी।
दरअसल, जेन बार्टन एक आंदोलने से जुड़ी हुई है, जिसमें कपड़ों की अदला-बदली की जाती है। इसे ‘स्विशिंग’ के नाम से जाना जा रहा है। पूरे ब्रिटेन में ये आंदोलन जोरो-शोरो पर चलाया जा रहा है। इसमें लोग पुराने कपड़ों का इस्तेमाल करने पर जोर देते है। लोगों के मुताबिक ज्यादा कपड़े खरीदने की वजह से ज्यादा कपड़े तैयार करने पडते हैं। इसकी वजह से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। स्विशिंग से जुड़े लोगों का मानना है कि एक व्यक्ति का कचरा दूसरे व्यक्ति का खजाना है। लोग पुराने कपडों को दान कर रहे ताकि अन्य लोगों को यह मिल सके। इतना ही नहीं, उसे साफ कराकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
ऐसे में जब पैकर इस आंदोलन से जुड़ी है तो वे भी नए कपड़े खरीदने के बजाए उन्हें रैंट पर लेना पसंद करती है। उन्होंने और उनके परिवार ने कोविड के दौरान भी नए कपड़े खरीदने के बजाय thelittleloop से किराये पर कपड़े लिए थे। वे कहती है कि उन्हें कभी-कभी अपनी दिवंगत मां के पुराने कपड़े भी पहनना पसंद है। ये उन्हें उनकी मां के करीब होने का एहसास कराता है। वे आगे कहती है कि ये मुफ्त भी है और मजेदार भी। साथ ही ये पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुचाता है।