अक्सर आपने फिल्मों में देखा होगा कि किसी भी व्यक्ति के मरने के बाद जब उसको शमशान घाट अंतिम यात्रा पर लेकर जाते हैं तब वह अचानक से अपनी सैया पर से उठ जाता है वह शख्स जिंदा हो जाता है खैर ऐसी कहानी सिर्फ फिल्मों में ही अच्छी और काल्पिनिक होती है| लेकिन अगर रियल जिंदगी में ऐसी कहानी आपको सुनने को मिले तो आपका क्या रिएक्शन होगा यह सोचने वाली बात है दरअसल अमेरिका में डॉक्टर ने 66 साल की महिला को मृत घोषित कर दिया था लोग उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे लेकिन तभी उसकी सांसे चलने लगी|
यह पूरा मामला अमेरिका के आयोवा शहर का बताया जा रहा है एक रिपोर्ट के मुताबिक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज शुरू हुआ 3 दिन बाद तक महिला बिल्कुल ठीक थी खाना भी खा रही थी और बाहर भी अच्छे से घूम रही थी पर अचानक से कमरे से निकलना उसका बंद हो गया जब जांच की गई तो पता चला कि उसका टेंपरेचर गिरा हुआ था उसकी आंखें बंद थी वह ना कुछ बोल पा रही थी ना ही कुछ कर पा रही थी
जिस कारण उनको एक बड़े अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गयाजब वहां पहुंची तो डॉक्टरों की देखरेख में 10-15 मिनट देखा गया लेकिन डॉक्टर ने बाद में जवाब दे दिया और कहा गया कि यह महिला की मौत हो चुकी है अभी ने अंतिम संस्कार के लिए ले कर जाना होगा। फ्यूनरल डायरेक्टर ने भी जांच की और उन्होंने भी मृत घोषित कर दिया परन्तु कुछ देर बाद फ्यूनरल होम के कर्मचारियों ने बैग की ज़िप खोली तो महिला की सांसें चलती नजर आईं वो हांफ रही थी
यह देखकर कर्मचारी दंग रह गए उन्होंने तुरंत सारे कपड़े खोल दिए ताकि उसे सांस अच्छी तरह मिल सके|
जिसके बाद उस महिला को अच्छा उपचार दिया गया फिर उनको आगे इलाज के लिए के भेजा गया| लेकिन ये पूरा मामला लापरवाही का बताया जा रहा है अब देखने वाली बात होगी की उन डॉक्टर के ऊपर क्या एक्शन होगा लेकिन इस से एक बात तो साफ हो जाता है की मरने के बाद जब उसको शमशान घाट अंतिम यात्रा पर लेकर जाते हैं तब वह अचानक से अपनी सैया पर से उठ जाता है वह शख्स जिंदा हो जाता है ये सिर्फ फिल्मो में ही होता है