स्वीमिंग पुल, नाइट क्लब और बहुत कुछ है इस जेल में, जन्नत से कम नहीं ये Luxury Jail - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

स्वीमिंग पुल, नाइट क्लब और बहुत कुछ है इस जेल में, जन्नत से कम नहीं ये luxury Jail

इंसानों से कभी-कभी ऐसी गलती हो जाती है जिसकी सजा कानून के अनुसार दी जाती है। किसी को कुछ सालों के लिए जेल किसी को उम्रकैद और किसी को फांसी की सजा मिलती है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जेल के बारे में बताने वाले है जहां अपराधी सुधरने के लिए गए थे लेकिन अब वे जेल ही उनके कब्जे में आ गया है। हैरानी की बात है, अपराधी जेल के अंदर अपने परिवार के साथ लग्जरी लाइफ के मजे ले रहे थे। जिसे बड़ी मुश्किल से सैनिकों ने अपराधियों के चंगुल से छुड़ाया।

F6fVka1WoAAZIuK

दरअसल हम बात कर रहे है, वेनेजुएला में मौजूद ‘टोकोरोन जेल’ की। यह जेल एक बंदूकधारी गैंग ‘ट्रेन डी अरागुआ’ के कंट्रोल में सालों से थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेल में कैदी अपने परिवारों के साथ रहते थे। वहीं, दिन में वह पूल में तैरते थे या छतरियों के नीचे आराम करते थे और रात होने पर वे जेल में डिस्को करते थे या कसीनो में जुआ खेलते थे। जेल में उनके लिए नाइट क्लब, कसीनो और स्विमिंग पूल की व्यवस्था भी थी। यहां तक कि जेल में एक चिड़ियाघर भी था।

381429 wion images 2023 09 23t021042136

बता दें, 2000 में लुइडिग ओचोआ को स्ट्रीट गैंग शूटिंग के लिए 8 साल जेल की सचा सुनाई गई थी। उसने टोकोरोन और यारे दोनों जेलों में सजा काटी है। इस जेल के़ खौफनाक कारनामों के बारे में बताते हुए ओचोआ बताता है कि जेल को चलाने वाला गैंग अपने दुश्मनों को मगरमच्छों के सामने फेंक दिया करता था।

244508

वहीं वे आगे बताते है कि एक टीम ने ‘जेल के अंदर शहर’ में घुसपैठियों को चेतावनी देने के लिए अपने सेल में हमलावर कुत्तों को रखा था। वहां गोलीबारी होती है, सब कुछ बंदूकों से तय होता है। वे लोगों को डराने के लिए गोली नहीं चलाते, वे मारने के लिए गोली चलाते हैं। आगे वह बताता है कि वेनेजुएला में कोई मौत की सजा नहीं है, लेकिन जेल में हर किसी को संभावित रूप से मौत का सामना करना पड़ सकता है।

बता दें, टोकोरोन जेल में सालो से बंदूकधारी गैंग के चंगुल में फंसी जेल से कंट्रोल छुड़ाने के लिए 11 हजार सैनिक गए थे। वहीं, अपराधियों और सैनिकों के बीच कई घंटों तक लड़ाई चली जिसके बाद आखिर अपराधियों को हार माननी पड़ी। बता दें, ट्रेन डी अरागुआ गैंग का सरगना हेक्टर ग्युरेरो फ्लोरेस था, जिसे ‘वॉरियर बॉय’ के नाम से जाना जाता है यानी जो हत्या और ड्रग ट्रैफिकिंग के लिए 17 साल की सजा काट रहा था। मालूम हो, ये जेल अत्यधिक हिंसा के लिए फेमस है इसमें गैंग अपहरण, डकैती, ड्रग ट्रैफिकिंग, वेश्यावृत्ति, जबरन वसूली और अवैध सोने के खनन से जुड़ा हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

16 − two =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।