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1980 में मिठाइयों के दाम सुनकर आप हो जाएंगे हैरान, 1 रुपये पीस मिलती थी रसमलाई

अब सभी चीज का दाम देखें। गुलाब जामुन 14 रुपये प्रति किलो, मोती चुर के लड्डू की 10 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसका मतलब है कि लगभग सभी मिठाइयाँ और स्नैक्स कीमत में 20 रुपये से कम थे।

आज जब भी आप किसी बुजुर्ग व्यक्ति के साथ बैठकर बात करते होंगे तो वह आपको अपनी उस दौर की कहानी सुनाते होंगे जब भारत में सब कुछ सस्ता हुआ करता था भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में भी सामान काफी सस्ता हुआ करते थे। एक समय था जब लोगों की सैलरी मात्र 10 या 5 रुपये हुआ करती थी। लेकिन आज दस और पांच रुपए में तो हम कुछ सोच भी नहीं सकते हैं। पुराने जमाने से जुड़ी चीजें और वस्तु में आए दिन सोशल मीडिया में वायरल होती रहती हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसको देखकर लोग काफी हैरान रह गए हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर रक पोस्ट काफी तेजी के साथ वायरल हो रही है। 1980 के दशक में मिठाई और स्नैक्स बेहद सस्ती हुई थीं। सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस मेनू को देखने के बाद पूरी तरह से अविश्वास में हैं। लोगों को यह विश्वास करना मुश्किल लगता है कि समोस एक बार केवल 50 पैसे थे, लेकिन आज उनकी कीमत दस रुपये से हर जगह अधिक है। तस्वीर सोशल मीडिया पर देखने के बाद, लोग हैरान हैं।

अब सभी चीज का दाम देखें। गुलाब जामुन 14 रुपये प्रति किलो, मोती चुर के लड्डू की 10 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसका मतलब है कि लगभग सभी मिठाइयाँ और स्नैक्स कीमत में 20 रुपये से कम थे। रसमलाई को एक समय एक रुपये के लिए बेचा जाता था, लेकिन आज उनकी कीमत 40 रुपये प्रति पीस है।  
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लोग इस बिल को देखने के बाद अपने युग के बारे में सोशल मीडिया पर उदासीन सामग्री पोस्ट कर रहे हैं। एक उपयोगकर्ता के अनुसार, उन्हें 1980 में  1,000 का वेतन मिलता था। एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “सोशल मीडिया पर इन मेनू को देखने के बाद मैं बहुत भावुक हो गया हूं।

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