तुर्की और पड़ोसी देश सीरिया में चारों तरफ तबाही का मंजर बना हुआ है। यह तबाही अब तक की सबसे बड़ी तबाही मानी जा रही है। इस भयानक तबाही ने दुनियाभर के लोगों को डरा दिया है। सिर्फ और सिर्फ एक भूकंप ने सीरिया की तस्वीर को तहस नहस कर दिया है। सोशल मीडिया पर भूकंप से हुई तबाही का वीडियो वायरल हो रहा है।
तबाही के मंजर मां ने बच्चे को दिया जन्म
जिन्होंने लोगों का दिल झकझोर दिया है। मंजर एसा हो गया है कि कई लोग मलब में दबे है चारो तरफ चीख पुकार मची हुई है। इस भयानक घटना का शिकार एक नवजात बच्चा भी हुआ है चीख पुकार के बीच मलबे में फंसी एक मां ने अपने बच्चे को जन्म दिया है। इस मां की मलबे में दबकर मौत हो चुकी है लेकिन इस दौरान उसने बच्चे को जन्म दिया । तबाही के मंजर के बीच बच्चे ने जन्म लिया अभी वो पैदा ही हुआ थी कि उसने इस मंजर को देखा औऱ अपनी मां को भी खो दिया। इस तरह की आ रही खबरों ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस बच्चे का विडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें आप देख सकते हैं की रेस्क्यू टीम के लोग मलबे से बच्चे को बाहर लेकर जा रहे है।
रेस्क्यू टीम ने मलबे से बच्चे को बाहर निकाला
बता रेस्क्यू टीम मलबे से लोगों को निकालने का काम कर रही थी। इतने में ही बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। इसके तुरंत बाद ही मलबे से नवजात बच्चे को निकाला गया और सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। इस बात का पता नहीं चल सका है कि उसके परिवार से कोई बचा है या नहीं। यह केवल एक ऐसा वीडियो नहीं हैं।
बल्कि तमाम विडियो वायरल हो रहे है।
मलबे में दबकर 4365 लोगों की मौत
बाताया जा रहा है कि कई लाशें अब भी मलबे में दबी हैं। हर तरफ लोग अपनों की तलाश में है। एक दिन पहले जो लोग अपने परिवार के साथ हंस खेल रहे थे आज उनके परिवार उजड़ गए हैं। चारों तरफ मौत का तांडव है। मलबे से निकलती लाशों के साथ ही मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। अब तक (तुर्की) और सीरिया में 4365 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे को लेकर तुर्किए के उप राष्ट्रपति फुअत ओकटे का कहना है कि देश को अभी और मरने वालों की संख्या बढ़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। अब आप सोच सकते हैं की मरने वालों की संख्या कितनी होगी ।
भारत तुर्की सीरिया की मदद करेगा
तुर्की सीरिया में हुई तबाही के बीच भारत मदद के लिए आगे आया है
इस विनाशकारी भूकंप को लेकर (PMO) में बैठक हुई जिसके बाद पीएम मोदी के निर्देश पर एनडीआरएफ (NDRF) की 2 टीमें तुर्किए के लिए रवाना हुई हैं। इसके साथ ही तुर्किए में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक रखा गया है। यहां खराब मौसम के चलते सहायता टीमों के लिए भी चुनौतियां बढ़ गई हैं।