पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति (सेवानिवृत्त) जनरल परवेज मुशर्रफ का रविवार को दुबई में निधन हो गया। उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ कराची में सेना के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
मलीर छावनी के पोलो ग्राउंड में अध्यक्ष, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के जनरल साहिर शमशाद, पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (सेवानिवृत्त), जनरल अशफाक परवेज कयानी (सेवानिवृत्त), जनरल मिर्जा असलम बेग (सेवानिवृत्त), और कई अन्य सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित वरिष्ठ सैन्य नेताओं की उपस्थिति में उनकी जनाजे की नमाज अदा की गई।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के खालिद मकबूल सिद्दीकी, मुस्तफा कमाल और फारूक सत्तार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता आमिर मुकाम, पीटीआई नेता और सिंध के पूर्व गवर्नर इमरान इस्माइल और पूर्व संघीय सूचना मंत्री जावेद जब्बार सहित राजनेता भी मौजूद थे।
रिपोटरें में कहा गया है कि दिवंगत नेता को बंदूक की सलामी भी दी गई। संयुक्त अरब अमीरात से विशेष विमान से सोमवार रात पार्थिव शरीर कराची लाया गया। पाकिस्तान लाए जाने से पहले मुशर्रफ के शव को दुबई में ही गुस्ल (दफनाने से पहले नहलाना और कफन देना) दिया गया था।
शव के साथ पूर्व सेना प्रमुख की विधवा और उनके बच्चों को भी विमान से लाया गया। आगमन पर, विमान हवाई अड्डे पर पुराने टर्मिनल के पास खड़ा था। उसके बाद शव और परिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पुराने टर्मिनल से ले जाया गया।