पाकिस्तान की आईएसआई अफगानिस्तान शांति वार्ता के दौरान अपनी नापाक हरकते करने में जुटी हुई है। अफगान शांति वार्ता में भारत ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की भूमिका पर अपनी चिंता को स्पष्ट रूप से जाहिर किया। भारत का मानना है कि वार्ता में आतंकवाद से जुड़ी सभी चिंताओं का समाधान होना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक, आईएसआई अफगानिस्तान के लोगों को जिहाद में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के मकसद से हजारों पुस्तकें वितरित करवा रही है। अफगानिस्तान के लोगर, गजनी, नंगरहार प्रांतों में जिहाद से जुड़ी किताबें वितरित की गई हैं। ये पुस्तक अफगानिस्तान-पाकिस्तान तोरखम सीमा के जरिये भेजी गई हैं। एजेंसियों का कहना है कि पुस्तक का प्रकाशन पाक की आईएसआई ने किया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि करीब 6,500 पाकिस्तानी आतंकी पड़ोसी देश अफगानिस्तान में सक्रिय हैं और आतंक फैला रहे हैं। पाकिस्तानी आतंकियों की सक्रियता को युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया क्षेत्र की शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था। बता दें कि पाकिस्तान के आतंकवादी ना सिर्फ भारत बल्कि अफगानिस्तान में भी दहशत फैलाने के काम में लिप्त हैं।